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उत्तराखंड

“अपुण बोली अपुण भाषा”कार्यक्रम के माध्यम से अपनी जड़ों को जीवंत करने के लिए श्री राम सेवक सभा की अनूठी पहल।

रितेश सागर:
नैनीताल । नगर की जानी-मानी संस्था श्री राम सेवक सभा द्वारा 26 वें होली महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है ,जिसके अंतर्गत 8 मार्च से तमाम रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, आज सभा के द्वारा अपनी बोली भाषा को जीवंत करने के लिए को लेकर कुमाउँनी भाषा व संस्कृति की जड़ों को मजबूत करने के उद्देश्य से कार्यक्रम आयोजित किया गया।
नगर की सांस्कृतिक संस्था श्री राम सेवक सभा ने आज बच्चों की होली के साथ साथ कुमाऊनी भाषा को बल देने व वह अन्य क्षेत्रीय भाषाओं की तरह बोलचाल की भाषा में लाने के लिए एक अनूठी पहल की ,जिसके अंतर्गत सभा के द्वारा “आपुण बोली अपुण भाषा” कार्यक्रम आयोजित किया गया ,कार्यक्रम में नैनीताल के जाने-माने संस्कृति कर्मी लेखक कवि राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित हेमंत बिष्ट , बोली भाषा पर काम करने वाली जानी मानी लेखिका बीना भट्ट, यूट्यूब के माध्यम से अपनी बोली भाषा को प्रेरित करने के लिए प्रयास करने वाले शंकर दत्त जोशी, आशीष लाता जोशी, डॉ. प्रदीप जोशी व चंचला बिष्ट ने मंच साझा कर कुमाउँनी बोली भाषा पर अपनी बात बात रखी । हेमंत बिष्ट ने बताया कि किस तरह हम अपनी दुधबोली जो हमारी घर की भाषा होती है उसको किस तरह से हम आपस में बातचीत करके घर के बच्चों से बातचीत करके उसे चलन में लाया जा सकता है, वही बच्चे उस अपनी बोली भाषा आपसी बातचीत में लाकर घर से मोहल्ले तक मोहल्ले से समाज तक उसका प्रतिनिधित्व करेंगे ,इसी इसी तरह लेखिका बिना भट्ट ने बताया कि वह एक संस्था म्यर भाषा म्यर पहचयाण के माध्यम से कुमाउँनी बोली पर काम कर रही है व नव युवकों को जोड़कर उन्हें अपनी भाषा के प्रति प्रेरित करती है जिसका मुख्य उद्देश्य अपनी कुमाऊनी बोली भाषा को जन-जन तक पहुंचाना आम बोलचाल की भाषा में लाने का प्रयास करना है बिना भट्ट ने बताया कि उन्होंने एक पुस्तक द हिट के माध्यम से अपनी बोली भाषा को जन जन तक पहुंचाने का कार्य कर रहीं हैं । इसी क्रम में यूट्यूब में अपनी हास्य कविताओं के माध्यम से बहुचर्चित शंकर दत्त भट्ट ने बताया कि वह सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी कुमाऊनी भाषा को दूर दूर दूर तक पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं उन्होंने कहा जिस तरह अन्य क्षेत्रीय भाषाएँ विश्व पटल पर अपनी पहचान बना चुकी है उसी तरह कुमाउँनी भाषा दुनिया के लोगो तक पहुंचे,उनका प्रयास यही रहता है कि वह सिर्फ अपनी कुमाऊनी भाषा में ही बात करें ,अपनी हास्य कविताएं सुनाएं और लोगों के विचार अपनी भाषा में ही प्राप्त करें । राम सेवक सभा द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम के माध्यम से अपनी बोली भाषा संस्कृति को बल मिलने की एक प्रबल संभावना जागृत हुई है। कार्यक्रम का संचालन प्रो.ललित तिवारी, मीनाक्षी कीर्ति ,नवीन पांडे ने मिलकर किया। इस मौके पर श्री राम सेवक सभा के अध्यक्ष मनोज साह, महासचिव जगदीश बावड़ी ,भीम सिंह कार्की, विमल चौधरी, राजेंद्र बजेठा बॉब, राजेंद्र लाल,साह ,हरीश राणा मिथिलेश पांडे, रेखा त्रिवेदी ,घनश्याम लाल साह आदि लोग मौजूद थे।

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