उत्तराखंड
*चमोली से टिहरी तक आपदा का असर, सड़कें बंद, लोग बेहाल*
उत्तराखंड में बारिश थमने के बाद भी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। चमोली जिले में ऋषिकेश-बदरीनाथ नेशनल हाईवे (NH-7) भारी भूस्खलन के कारण बेहतरपानी (पीपलकोटी के पास) अवरुद्ध हो गया है। पहाड़ी से आए भारी मलबे के चलते हाईवे पर यातायात पूरी तरह बंद हो गया है, जिससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं।
प्रशासन ने यात्रियों को पीपलकोटी और जोशीमठ में रोक दिया है। मौके पर राहत एवं बचाव कार्य जारी है, लेकिन मलबे की अत्यधिक मात्रा के कारण मार्ग को खोलने में समय लग रहा है। कार्यदायी संस्था हाईवे को सुचारू करने में जुटी हुई है।
चमोली के मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक त्रिपाठी ने जानकारी दी कि बेहतरपानी क्षेत्र में पूरा पहाड़ सड़क पर आ गिरा है, जिससे मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है। अनुमान है कि हाईवे को साफ करने में कम से कम पांच घंटे का समय लग सकता है। यात्रियों को गौचर और अन्य सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया गया है और प्रशासन द्वारा उन्हें भोजन पैकेट और जरूरी सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।
केवल राष्ट्रीय राजमार्ग ही नहीं, बल्कि चमोली जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कें भी बारिश और भूस्खलन से बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। थराली के रतगांव को जोड़ने वाली सड़क भी बीच में टूट चुकी है, जिससे ग्रामीणों को अब पैदल यात्रा करनी पड़ रही है। सड़क संपर्क टूटने के कारण खाद्यान्न और दैनिक जरूरतों की आपूर्ति भी बाधित हो रही है।
उधर, टिहरी जिले में रानीपोखरी-नरेंद्रनगर रोड पर भी भारी भू-धंसाव हुआ है। यह मार्ग गुरुवार दोपहर क्षतिग्रस्त हुआ और 22 घंटे बीत जाने के बावजूद मार्ग नहीं खुल पाया है। यह सड़क टिहरी, उत्तरकाशी, हरिद्वार और देहरादून को जोड़ने वाली प्रमुख लाइफलाइन मानी जाती है।
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता विजय मोगा ने जानकारी दी कि सड़क की मरम्मत का कार्य युद्धस्तर पर जारी है और शुक्रवार शाम तक मार्ग को यातायात के लिए खोलने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही, आसपास के कई मकान खतरे की जद में आ गए हैं, जिससे स्थिति और भी संवेदनशील हो गई है।



