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उत्तराखंड

*नैनीताल नर्सिंग कॉलेज में आयोजित हुआ सहजयोग शिविर, मानसिक शांति का दिया संदेश*

नैनीताल के नर्सिंग कॉलेज में हाल ही में “सहजयोग – आज का महायोग” विषयक एक विशेष शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में सहजयोग ध्यान की विस्तृत जानकारी देते हुए सहजयोग उत्तराखंड के पूर्व स्टेट कोऑर्डिनेटर कर्नल वीरेन्द्र तिवारी ने बताया कि सहजयोग के नियमित अभ्यास से मानसिक तनाव कम होता है, मानसिक संतुलन और निरोग शरीर प्राप्त होता है। कर्नल तिवारी ने समझाया कि ध्यान एक स्वतः होने वाली प्रक्रिया है, जिसमें व्यक्ति अपने विचारों को भूतकाल और भविष्य से हटाकर वर्तमान में लाता है।

उन्होंने बताया कि व्यक्ति के अत्यधिक भूतकाल या भविष्य में रहने वाले विचारों से तनाव उत्पन्न होता है, जो शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक असंतुलन का कारण बनता है। वहीं, श्री माताजी निर्मला देवी द्वारा स्थापित सहजयोग ध्यान से निर्विचार अवस्था प्राप्त होती है, जिससे व्यक्ति सकारात्मक सोच और मानसिक शांति का अनुभव करता है।

निर्मला देवी ने 5 मई 1970 को गुजरात के नारगोल से सहजयोग की शुरुआत की थी। आज सहजयोग विश्व के 180 से अधिक देशों में लोकप्रिय है और लाखों लोग इसका अभ्यास कर लाभ उठा रहे हैं। इस ध्यान प्रक्रिया में शरीर की तीन नाड़ियां – इड़ा, पिंगला और सुषुम्ना तथा सात चक्रों में कुंडलिनी जागरण से संतुलन प्राप्त होता है।

शिविर में उपस्थित 77 नर्सिंग स्टूडेंट्स और स्टाफ ने कुंडलिनी जागरण के माध्यम से आत्म साक्षात्कार की अनुभूति की। इस अवसर पर चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीरेन्द्र मिश्रा, प्रिंसिपल आशा थापा, तृप्ति तिवारी सहित कई गणमान्य लोग भी मौजूद रहे।

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