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उत्तराखंड

*उत्तराखंड में बारिश बनी मुसीबत, मानसून ले चुका है 42 जानें*

उत्तराखंड में मानसूनी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है। राज्य के कई जिलों में लगातार हो रही बारिश ने हालात चिंताजनक बना दिए हैं। भूस्खलन, सड़कों के टूटने और जलभराव के चलते आम लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। वहीं, मौसम विभाग ने रविवार को फिर से राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

देहरादून, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए विभाग ने यहां कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है। इसके अलावा उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और नैनीताल में भी भारी बारिश की आशंका के चलते येलो अलर्ट जारी किया गया है। राज्य के सभी जनपदों में गरज-चमक के साथ तेज बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है।

देहरादून में आज आसमान सामान्य से लेकर आंशिक रूप से बादलों से घिरा रहेगा। हल्की से मध्यम बारिश के एक-दो दौर हो सकते हैं, जबकि कुछ इलाकों में तेज बौछारें पड़ने की भी संभावना है। अधिकतम तापमान लगभग 32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री के आसपास रहने का अनुमान है।

मानसून सीजन में अब तक राज्य में 42 लोगों की मौत, 40 से अधिक घायल और 13 लोग लापता हो चुके हैं। 169 सड़कें अभी भी बाधित हैं, जिससे कई क्षेत्रों में आवागमन पूरी तरह ठप है। साथ ही, 1594 मकानों को आंशिक, 63 को गंभीर, और 40 मकानों को पूरी तरह नुकसान पहुंचा है।

सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक उत्तरकाशी का धराली इलाका है, जहां भारी मलबा और तेज बहाव के चलते कई घर और दुकानें तबाह हो गईं। प्रशासन ने अब तक 1308 यात्रियों और स्थानीय लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया है। लापता लोगों की तलाश के लिए स्निफर डॉग्स और आधुनिक मशीनों की मदद ली जा रही है।

राज्य सरकार और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे मौसम को देखते हुए सतर्क रहें, अनावश्यक यात्रा से बचें और आपात स्थिति में प्रशासनिक संपर्क साधें। बारिश का सिलसिला फिलहाल जारी रहने की संभावना है, ऐसे में अगले कुछ दिन राज्य के लिए चुनौतीपूर्ण रह सकते हैं।

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