उत्तराखंड
*पुष्पांजली रियल्मस घोटाले में दीपक मित्तल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी*
उत्तराखंड में कुख्यात भू-माफिया दीपक मित्तल की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। उस पर एक और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ है, जिसमें आरोप है कि मित्तल ने अपने साथियों के साथ मिलकर कंपनी के खातों से करोड़ों रुपये की रकम गबन की। इस धनराशि को उन्होंने अपने अन्य साथियों के खातों में ट्रांसफर कर कंपनी द्वारा बनाए जा रहे फ्लैटों की बुकिंग कराई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आर्यन वालिया पुत्र राजपाल वालिया निवासी 48 बी रेसकोर्स थाना डालनवाला, देहरादून ने थाना राजपुर में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में बताया गया कि उनके पिता राजपाल वालिया की जमीन के सिलसिले में दीपक कुमार मित्तल से मुलाकात हुई। मित्तल ने अपनी रियल एस्टेट कंपनी पुष्पांजली रियल्मस एंड इन्फ्रा टेक कंपनी के बारे में जानकारी देते हुए जमीन पर हाउसिंग प्रोजेक्ट लगाकर लाभ कमाने का आश्वासन दिया। इस पर वालिया ने करोड़ों रुपये की जमीन कंपनी को दे दी, जिसके बदले में मित्तल ने राजपाल वालिया को कंपनी में निदेशक एवं पार्टनर बनाया।
शिकायत में बताया गया कि वर्ष 2019 में दीपक मित्तल ने अमव डेवलपर्स कंपनी के निदेशक मनीष गुप्ता के साथ मिलीभगत कर कंपनी से 3 करोड़ 32 लाख 50 हजार रुपये, मनीष गर्ग के साथ मिलकर 2 करोड़ 47 लाख 36 हजार रुपये तथा विनिता गर्ग के साथ मिलकर 1 करोड़ 71 लाख 92 हजार रुपये की रकम गबन की। ये रकम पहले मित्तल के निजी खातों में स्थानांतरित की गई और फिर संबंधित साथियों के खातों में ट्रांसफर कर पुष्पांजली कंपनी द्वारा बनाए जा रहे फ्लैटों की खरीद के लिए वापस कंपनी के खातों में जमा कराई गई।
हालांकि, आरोप है कि इन सभी अभियुक्तों ने कंपनी के करोड़ों रुपये का गबन कर खरीदारों को फ्लैट दिए बिना उनकी राशि हड़प ली। इस मामले में आर्यन वालिया द्वारा दी गई लिखित शिकायत की जांच के बाद थाना राजपुर में मुकदमा संख्या 140/25 के तहत धारा 406, 420 और 120 बी के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है।
यहां उल्लेखनीय है कि दीपक मित्तल और उसकी पत्नी राखी मित्तल के खिलाफ पहले भी धोखाधड़ी और गैंगस्टर एक्ट के तहत नौ मुकदमे दर्ज हैं। मित्तल के खिलाफ पुलिस ने लो-कॉन्स्टेबल (LOC) जारी किया है और रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है।



