उत्तराखंड
*पंचायत चुनाव फायरिंग कांड: नैनीताल पुलिस ने फरार तीन आरोपी दबोचे, बाजार में मचा हड़कंप*
उत्तराखंड के नैनीताल के बेतालघाट में 14 जुलाई को पंचायत चुनाव के दौरान हुई फायरिंग मामले में पुलिस ने फिर बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में फरार चल रहे तीन और आरोपियों को पुलिस ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी से गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई नैनीताल पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने लखीमपुर की भीरा कस्बे में की, जहां आरोपियों को गन प्वाइंट पर पकड़ने की कार्रवाई से पूरे बाजार में अफरा-तफरी मच गई।
जानकारी के अनुसार, सोमवार सुबह करीब 11 बजे तीनों आरोपी एक थार गाड़ी से भीरा कस्बे के मुख्य बाजार पहुंचे थे। इनमें से एक आरोपी एक मेडिकल स्टोर से दवा खरीद रहा था, जबकि अन्य दो पास में खड़े थे। तभी सिविल ड्रेस में मौजूद उत्तराखंड पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर तीनों को गन प्वाइंट पर लेते हुए हिरासत में ले लिया। अचानक हुई इस कार्रवाई से स्थानीय बाजार में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। हालांकि जब लोगों को पता चला कि कार्रवाई उत्तराखंड पुलिस की थी, तो लोगों ने राहत की सांस ली।
गिरफ्तारी के समय बेतालघाट थानाध्यक्ष अनीस अहमद व अन्य पुलिसकर्मी सिविल ड्रेस में थे, जबकि बाकी टीम वर्दी में वाहन में तैनात थी। बाद में तीनों आरोपियों को गाड़ी में बैठाकर उत्तराखंड लाया गया।
भीरा कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक गोपाल नारायण सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए तीनों युवक उत्तराखंड के नैनीताल जिले के निवासी हैं। उत्तराखंड पुलिस ने स्थानीय पुलिस की सहायता से तीनों को पकड़ा और अपने साथ ले गई।
गौरतलब है कि 14 जुलाई को बेतालघाट में ब्लॉक प्रमुख पद के लिए मतदान चल रहा था, तभी एक प्रत्याशी के समर्थकों ने प्रतिद्वंदी खेमे पर पिस्टल से कई राउंड फायरिंग कर दी थी। इस हमले में महेंद्र सिंह बिष्ट नामक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना से मतदान केंद्र में दहशत फैल गई और वोट डालने पहुंचे क्षेत्र पंचायत सदस्यों के बीच अफरा-तफरी मच गई।
इस गंभीर घटना के बाद उत्तराखंड की राजनीति में भी हलचल मच गई थी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए 16 जुलाई को छह नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। उनके पास से दो वाहन भी बरामद किए गए थे। वहीं, अब लखीमपुर से गिरफ्तार तीन आरोपियों को मिलाकर कुल नौ गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
इस घटना के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने 17 अगस्त को भवाली क्षेत्राधिकारी प्रमोद शाह के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए थे। साथ ही बेतालघाट थानाध्यक्ष अनीस अहमद के निलंबन की संस्तुति शासन को भेजी गई थी।
नैनीताल पुलिस को सूचना मिली थी कि फरार आरोपी दवा लेने के लिए भीरा आएंगे। इसी सूचना के आधार पर एसटीएफ और बेतालघाट थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने मौके पर घेराबंदी कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया।
फिलहाल पुलिस आरोपियों को उत्तराखंड ला रही है, जहां उनसे पूछताछ कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अन्य फरार आरोपियों की तलाश में भी जुटी है।



