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*नैनीताल मंडल अध्यक्ष नितिन कार्की ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को धन्यवाद ज्ञापन सौंपा, बताया ‘युवा शक्ति के प्रतीक’ और ‘स्वप्न-निर्माता*
नैनीताल ।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार द्वारा भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता और युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में लिए गए कड़े और ऐतिहासिक निर्णयों पर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नैनीताल मंडल अध्यक्ष नितिन कार्की ने आज देहरादून में मुख्यमंत्री आवास पर उनसे भेंट कर धन्यवाद ज्ञापन सौंपा। कार्की ने मुख्यमंत्री धामी की त्वरित और निर्णायक कार्यशैली की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए उन्हें ‘युवा शक्ति का प्रतीक’ और ‘स्वप्न-निर्माता’ बताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश के लाखों युवाओं के भविष्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए न केवल वर्षों से चली आ रही अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के रैकेट का पर्दाफाश किया, बल्कि आवश्यक दंडात्मक कार्रवाई भी तुरंत शुरू की।
मंडल अध्यक्ष कार्की ने अपने वक्तव्य में जोर दिया कि जब युवा अपनी पीड़ा और आक्रोश व्यक्त करने के लिए सड़कों पर उतरे, तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक सच्चे युवा नेता की तरह उनका न केवल सम्मान किया, बल्कि स्वयं उनके समक्ष जाकर उनके साथ उनकी पीड़ा को समझते हुए स्वयं खड़े होने का ऐतिहासिक उदाहरण प्रस्तुत किया। उन्होंने युवाओं को यह भरोसा दिलाया कि उनके भविष्य के साथ किसी भी आपराधिक तत्व को खिलवाड़ करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। मुख्यमंत्री के इस आत्मीय और दृढ़ समर्थन से प्रदेश के युवाओं में भारी उत्साह और अपनेपन का भाव जागा है कि एक युवा मुख्यमंत्री स्वयं उनकी चिंता कर रहा है और उनके हक की लड़ाई लड़ रहा है।
भाजपा नेता ने आगे बताया कि मुख्यमंत्री धामी ने सभी विभागों और अधीनस्थ कर्मचारियों को बिना किसी विलंब के एक सशक्त कार्ययोजना बनाने का आदेश दिया, ताकि भर्ती प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की सेंधमारी की गुंजाइश न रहे। उन्होंने प्रशासनिक मोर्चे पर कड़े आदेश देते हुए भ्रष्ट तत्वों पर शिकंजा कसने का कार्य किया। इन तमाम त्वरित और निर्णायक कदमों की पराकाष्ठा ‘उत्तराखंड प्रतियोगी परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम व निवारण के उपाय) अध्यादेश, 2023’ (नकल विरोधी कानून) को लागू करने के रूप में सामने आई, जिसने राज्य में युवाओं के भविष्य की सुरक्षा हेतु एक मज़बूत और अनुकरणीय विधिक कवच प्रदान किया है। नितिन कार्की ने इस पहल को युवाओं के विश्वास की पुनर्स्थापना के लिए मील का पत्थर बताया।

























