उत्तराखंड
*उत्तराखंड पंचायत चुनाव में जीत की खुशी, कई उम्मीदवारों ने मारी बाजी*
उत्तराखंड पंचायत चुनाव की मतगणना के बीच कई दिलचस्प और चौंकाने वाले परिणाम सामने आ रहे हैं। जहां कुछ जगह जीत की खुशी है, वहीं कई स्थानों पर हार के बाद मायूसी देखने को मिल रही है।
रामनगर से भाजपा विधायक दीवान सिंह बिष्ट की पुत्रवधू श्वेता बिष्ट ने क्षेत्र पंचायत सदस्य के पद पर जीत हासिल की है। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी, पूर्व ब्लॉक प्रमुख की बहन नीमा नेगी को 61 मतों के अंतर से हराया। श्वेता के पति जगमोहन बिष्ट भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष रह चुके हैं।
चकराता विधानसभा से कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह के बेटे अभिषेक सिंह ने जिला पंचायत सदस्य के पद पर जीत दर्ज की है। इसके अलावा आरा से दीवान सिंह तोमर, मगरौली से वीरेंद्र सिंह रावत, जिला पंचायत बायला से कांग्रेस समर्थित प्रवीन रावत और रायगी से श्याम सिंह चौहान भी विजयी रहे।
बागेश्वर के गढ़खेत खेत से लोक कलाकार लक्ष्मण उर्फ लच्छू ने क्षेत्र पंचायत सदस्य पद पर जीत हासिल की। लक्ष्मण सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं और पहाड़ी नृत्य के लिए खासे लोकप्रिय हैं।
पौड़ी गढ़वाल के पाबौ ब्लॉक के कुई गांव से 22 वर्षीय साक्षी ने ग्राम प्रधान का चुनाव जीतकर राजनीति में कदम रखा है। साक्षी ने देहरादून से बीटेक की पढ़ाई की है और गांव के विकास के लिए कई योजनाएं लेकर चल रही हैं।
जिला पंचायत सीट कोठा से निर्दलीय प्रत्याशी सुरेश कुमार बिष्ट ने अपने प्रतिद्वंदी सुरेंद्र रावत को करीब 595 मतों से हराया। भाजपा के बलबीर रावत तीसरे स्थान पर रहे। वहीं, जिला पंचायत सीट अन्द्रपा से भाजपा के जगदीश घण्ड्याली ने कांग्रेस के अनिल अग्रवाल को 250 मतों से पराजित किया।
खटीमा विकास खंड से कांग्रेस समर्थित हीरा मुडेला ने जिला पंचायत सदस्य पद पर जीत हासिल की। उन्होंने जनता के समर्थन के लिए आभार जताया, खासकर क्योंकि वे पिछली बार चुनाव हार चुकी थीं।
रुद्रपुर ब्लॉक की क्षेत्र पंचायत सीटों पर भी कई उम्मीदवार विजयी रहे। जवाहरनगर शांतिपुरी नं.1 से सरोजनी कार्की, शांतिपुरी खामियां नं.2 से पूजा कोरंगा, शांतिपुरी खामियां नं.3 से गंगा दानू और तुर्कागौरी से ललित राय ने जीत हासिल की।
टिहरी के भुत्सी जिला पंचायत सीट से सीता मनवाल ने 112 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। उनका नामांकन पहले रिटर्निंग ऑफिसर ने निरस्त कर दिया था, लेकिन हाईकोर्ट के आदेश के बाद नामांकन सही पाया गया। चुनाव में उन्होंने सरिता देवी को पराजित किया।



