उत्तराखंड
*भारत का संदेश: शांति की उम्मीद, लेकिन पाकिस्तान को भी संयम दिखाना होगा*
भारत सरकार ने शनिवार को एक अहम प्रेस ब्रीफिंग के जरिए पाकिस्तान के दुष्प्रचार और आक्रामक गतिविधियों का खुलासा करते हुए करारा जवाब दिया। विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि भारत युद्ध नहीं चाहता, लेकिन यदि पाकिस्तान उकसावे की नीति अपनाता है, तो उसका सशक्त और सटीक जवाब दिया जाएगा।
प्रेस वार्ता सुबह 10:30 से 11:00 बजे के बीच आयोजित की गई, जिसमें विदेश सचिव विक्रम मिसरी, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने संयुक्त रूप से मीडिया को संबोधित किया। इस दौरान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान की बौखलाहट और उसकी ओर से की जा रही कायराना हरकतों को उजागर किया गया।
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा, “पाकिस्तान बार-बार उकसाने वाली कार्रवाइयों से क्षेत्रीय तनाव बढ़ा रहा है। आज सुबह भी उसने फिर ऐसी हरकतें कीं, जिनका हमने संयम के साथ, लेकिन पूरी क्षमता से जवाब दिया है।”
कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान की सेना ने पश्चिमी सीमा पर लगातार आक्रामक गतिविधियां की हैं। इनमें मानवरहित ड्रोन, लंबी दूरी के हथियार, लॉयटरिंग म्यूनिशन (सुसाइड ड्रोन) और लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया गया। पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों, उपकरणों और रिहाइशी इलाकों को निशाना बनाया।
उन्होंने कहा, “पाकिस्तानी सेना ने रात 1:40 बजे पंजाब के एयरबेस पर हाई-स्पीड मिसाइल से हमला करने की कोशिश की, जो न सिर्फ निंदनीय बल्कि सैन्य आचार संहिता के विरुद्ध है।”
कर्नल कुरैशी के अनुसार, पाकिस्तान ने LoC और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर श्रीनगर से लेकर नलिया तक 26 से अधिक स्थानों पर हवाई घुसपैठ की कोशिशें कीं। इसके अलावा, श्रीनगर, अवंतीपुरा, उधमपुर, पठानकोट, आदमपुर, भुज और बठिंडा जैसे वायुसेना स्टेशनों को निशाना बनाया गया। पाकिस्तान की इन कार्रवाइयों में चिकित्सा केंद्रों और स्कूल परिसरों तक को नहीं छोड़ा गया, जिससे उसकी गैर-जिम्मेदाराना प्रवृत्ति उजागर हुई।
भारतीय सशस्त्र बलों ने ज्यादातर खतरों को समय रहते निष्क्रिय कर दिया और जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के हथियार भंडार और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि भारत ने नागरिक सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए जवाब दिया और किसी भी गैर-जरूरी तनाव से बचने की नीति को अपनाया।







