उत्तराखंड
*डीएम ने परखी अधिकारियों-कर्मचारियों की बायोमेट्रिक उपस्थिति, दिए दिशा-निर्देश*
उत्तराखंड में सरकारी विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों की मनमानी रोकने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों ने सख्त कदम उठाना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में बागेश्वर के जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने गुरुवार को बागेश्वर तहसील कार्यालय के विभिन्न विभागों और कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया। तहसीलदार न्यायालय, राज्य कर विभाग, वरिष्ठ अभियोजन कार्यालय, आरके सेक्शन, रजिस्ट्रार ऑफिस, जन आधार केंद्र सहित कई कार्यालयों का निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी के अचानक दौरे से अधिकारी-कर्मचारियों में हड़कंप मच गया।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली की कड़ाई से जांच की और कर्मचारियों को समय पर कार्यालय पहुंचने के साथ ही उपस्थिति बायोमेट्रिक प्रणाली से दर्ज कराने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने साफ कहा कि उपस्थिति में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी को अपने कर्तव्यों के प्रति सजग और जिम्मेदार बने रहने को कहा गया।
जन आधार केंद्र के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने वहां उपस्थित लोगों से बातचीत कर प्रमाण पत्र निर्माण की प्रक्रिया का जायजा लिया। उन्होंने सरकारी कर्मियों को जनता के प्रति निष्ठा, संवेदनशीलता और जवाबदेही के साथ काम करने का संदेश दिया। आशीष भटगांई ने कहा कि प्रशासन का लक्ष्य डिजिटल, पारदर्शी और प्रभावी कार्यप्रणाली सुनिश्चित करना है, जिसमें हर निर्णय में जनहित सर्वोपरि हो।
जिलाधिकारी ने कार्यालयों की कार्यप्रणाली को और प्रभावी बनाने, फाइलों के मूवमेंट को सुव्यवस्थित करने तथा कार्यों में अनावश्यक विलंब न होने देने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कर्मचारियों की कार्यक्षमता बढ़ाने पर भी जोर दिया।
इसके साथ ही जिलाधिकारी ने पेयजल व्यवस्था और अग्निशमन यंत्रों की जांच की। जहां भी कोई कमी पाई गई, संबंधित विभागों को तत्काल सुधार के आदेश दिए गए। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रशासन की प्राथमिकता जनता को त्वरित, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण सेवा प्रदान करना है।
निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी ने पुस्तकालय में छात्रों से संवाद कर उनका उत्साहवर्धन भी किया। इस दौरान उपजिलाधिकारी मोनिका और तहसीलदार दलीप सिंह भी मौजूद रहे।

