उत्तराखंड
*‘अपराधियों को नहीं बख्शेंगे’: कुमायूं रेंज की समीक्षा बैठक में आईजी रिद्धिम का सख्त रुख*
हल्द्वानी। पुलिस महानिरीक्षक कुमायूं परिक्षेत्र रिद्धिम अग्रवाल की अध्यक्षता में शुक्रवार को कुमायूं रेंज की व्यापक अपराध समीक्षा गोष्ठी आयोजित की गई। बैठक में कुमायूं क्षेत्र के सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, एसएसपी, एसपी, क्षेत्राधिकारी तथा अन्य राजपत्रित अधिकारी मौजूद रहे।
आईजी रिद्धिम अग्रवाल ने मुख्यमंत्री एवं पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड के निर्देशानुसार प्रदेश में अपराधमुक्त माहौल बनाना सर्वोच्च प्राथमिकता बताया। उन्होंने एसएचओ और एसओ को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि वे ‘मठाधीश’ मानसिकता से बाहर निकलें और अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण रखें। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी थाना प्रभारी के क्षेत्र में अपराध नियंत्रण में लापरवाही पाई गई तो 24 घंटे के अंदर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में लंबित विवेचनाओं, विभागीय जांच और शिकायतों का 15 दिनों के भीतर निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए। अज्ञात महिला शवों की पहचान के लिए डीएनए प्रोफाइलिंग, फेस रिकग्निशन तकनीक, फोटो प्रसार तथा स्थानीय मीडिया और सोशल मीडिया के सहयोग से तीव्र प्रयास करने को कहा गया।
आईजी ने कहा कि किसी भी शव की पहचान अधर में नहीं रहनी चाहिए और पीड़ित परिवारों को न्याय मिलना अनिवार्य है। इसके साथ ही 1 जून 2025 से लंबित वाहनों के निस्तारण अभियान की समीक्षा की गई और सभी वाहनों को एक माह के भीतर न्यायालय की अनुमति से नीलामी या स्क्रैपिंग प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए गए। इसके अतिरिक्त 2015 तक लंबित एनडीपीएस से संबंधित माल का शीघ्र निस्तारण हेतु विशेष अभियान चलाने के भी आदेश दिए गए।
आईजी ने बीडीएस, क्यूआरटी और डॉग स्क्वाड के साथ संवेदनशील क्षेत्रों में प्रभावी गश्त, पार्किंग, सीसीटीवी, बिजली के तारों की सुरक्षा, भीड़ नियंत्रण जैसे इंतजाम कड़ाई से लागू करने के निर्देश भी दिए। साथ ही हरिद्वार की मंशा देवी की घटना की पुनरावृत्ति रोकने के लिए विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया।



