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*कुमाऊं विश्वविद्यालय में एपण और रंगवाली कला पर सर्टिफिकेट कोर्स, 15 अगस्त तक करें आवेदन*
नैनीताल। कुमाऊं विश्वविद्यालय, नैनीताल में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत युवाओं को स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रशिक्षित करने के लिए विभिन्न रोजगारपरक कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में माता जिया रानी, महिला अध्ययन केंद्र द्वारा छह माह का ‘एपण एवं रंगवाली’ सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किया जा रहा है।
यह कोर्स उत्तराखंड की दो पारंपरिक GI टैग प्राप्त लोककलाओं — एपण और रंगवाली — पर केंद्रित होगा। कक्षाएं हाइब्रिड मोड (ऑफलाइन व ऑनलाइन दोनों) में संचालित की जाएंगी, जिससे प्रतिभागियों को लचीलापन मिलेगा।
कोर्स का प्रमुख उद्देश्य युवाओं को न केवल पारंपरिक डिज़ाइन, शिल्प और उत्पादन की जानकारी देना है, बल्कि उन्हें मार्केटिंग, ब्रांडिंग और व्यापार की रणनीतियों से भी अवगत कराना है। इसमें विशेषज्ञ लोक-कलाकारों और व्यवसाय जगत के अनुभवी लोगों द्वारा व्यावहारिक अनुभव साझा किए जाएंगे।
महिला अध्ययन केंद्र की निदेशक प्रो. नीता बोरा शर्मा ने बताया कि यह कोर्स उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत को सहेजने के साथ-साथ युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
कोर्स संयोजक डॉ. किरन तिवारी के अनुसार, इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से प्रतिभागियों को GI उत्पादों के निर्माण, विपणन और डिजिटल माध्यमों से प्रचार की जानकारी दी जाएगी। यह पहल युवाओं को स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता की दिशा में सशक्त करेगी।
इस सर्टिफिकेट कोर्स में प्रवेश के लिए इच्छुक अभ्यर्थी 15 अगस्त, 2025 तक आवेदन कर सकते हैं। पंजीकरण के समय नामांकन शुल्क जमा करना अनिवार्य है।
अधिक जानकारी के लिए इच्छुक अभ्यर्थी माता जिया रानी, महिला अध्ययन केंद्र के राकेश कुमार से मोबाइल नंबर 6398435837 पर संपर्क कर सकते हैं।



