उत्तराखंड
*देहरादून से नैनीताल तक सावधान! तेज बारिश और भूस्खलन का खतरा मंडराया*
उत्तराखंड में मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है। पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रही रुक-रुक कर बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित हो रहा है। कई स्थानों पर पहाड़ियों से मलबा और बोल्डर गिरने की घटनाओं से संपर्क मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं, जिससे स्थानीय लोगों और यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इसी बीच मौसम विज्ञान विभाग ने आगामी दिनों के लिए और भी गंभीर पूर्वानुमान जारी किया है। विभाग के अनुसार 26 जून तक राज्य के कई जिलों में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। देहरादून, नैनीताल, टिहरी और चंपावत जिलों में विशेष रूप से अधिक प्रभाव पड़ने की चेतावनी दी गई है।
मौसम की गंभीरता को देखते हुए उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यूएसडीएमए) के अधीन राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसओईसी) ने सभी संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। एक आधिकारिक पत्र के माध्यम से जिला प्रशासन को सभी सुरक्षा और राहत उपायों को पहले से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
आदेशानुसार, आपदा प्रबंधन से जुड़े आईआरएस नामित अधिकारी और विभागीय नोडल अधिकारी अलर्ट पर रहेंगे। साथ ही, भूस्खलन संभावित मार्गों पर आवश्यक उपकरणों और मशीनरी की तैनाती पूर्व में ही करने को कहा गया है। यात्री मार्गों पर सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने और आवागमन नियंत्रित करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
सभी राजस्व उप निरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी और ग्राम पंचायत अधिकारी को अपने-अपने तैनाती क्षेत्रों में अनिवार्य रूप से मौजूद रहने का निर्देश दिया गया है, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित राहत और बचाव कार्य शुरू किया जा सके।
मौसम विभाग ने देहरादून और नैनीताल जिलों के कुछ हिस्सों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जहां भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा टिहरी, पौड़ी, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, चंपावत, अल्मोड़ा और बागेश्वर जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की भी चेतावनी दी गई है। मौसम विभाग के अनुसार, यह बारिश का सिलसिला 28 जून तक जारी रह सकता है।


