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*जिला अस्पताल उत्तरकाशी में दुर्लभ चिकित्सकीय स्थिति में सुरक्षित प्रसव*डाई -डेल- फिस यूट्रस से पीड़ित महिला का सफल प्रसव,जिसमें गर्भाशय का सामान्य विकास न होकर वह दो भागों में विभाजित रहता है।
उत्तरकाशी। नगर के जिला अस्पताल में बुधवार प्रातःकाल एक अत्यंत दुर्लभ चिकित्सकीय स्थिति में गर्भवती महिला का सुरक्षित प्रसव कराकर चिकित्सकों और नर्सिंग अधिकारीयों ने चिकित्सा सेवा में सराहनीय सफलता हासिल की।
ग्राम बधाँण, विकासखंड चिन्यालीसौड़ निवासी अम्बिका देवी (उम्र 25 वर्ष), पत्नी पारस रमोला, प्रसव पीड़ा की शिकायत के साथ सुबह जिला अस्पताल उत्तरकाशी में भर्ती हुईं। प्रारंभिक जांच के बाद, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. शमा आफरीन ने अल्ट्रासाउंड जांच की, जिसमें पाया गया कि मरीज डाई -डेल- फिस यूट्रस से पीड़ित हैं, जिसमें गर्भाशय का सामान्य विकास न होकर वह दो भागों में विभाजित रहता है।
ऐसी स्थिति में गर्भधारण और प्रसव दोनों अत्यंत जोखिमपूर्ण होते हैं, तथा समय पर उपचार न होने पर मां और बच्चे दोनों के जीवन को खतरा हो सकता है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रमुख अधीक्षक डॉ पी एस पोखरियाल के कुशल मार्गदर्शन में डॉ. शमा आफरीन ने मरीज और परिजनों को तत्काल सीज़ेरियन ऑपरेशन की सलाह दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि सामान्य प्रसव का प्रयास गर्भाशय फटने, भारी रक्तस्राव और जानलेवा जटिलताओं का कारण बन सकता है।
डॉ. शमा आफरीन के नेतृत्व में किए गए ऑपरेशन में एक स्वस्थ बच्चे का जन्म हुआ। ऑपरेशन के बाद मां और बच्चे दोनों की स्थिति पूरी तरह स्थिर है एवं चिकित्सालय में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।
नवजात के जन्म पर परिवार द्वारा भावुक होकर सभी चिकित्सकीय टीम का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि
> “हमारे लिए यह दिन कभी न भूलने वाला है। पहले बच्चे को खोने के बाद हम डरे हुए थे, लेकिन आज डॉ. शमा आफरीन और पूरी टीम ने हमारे जीवन में खुशियां लौटा दीं।”
डॉ. प्रेम सिंह पोखरियाल, प्रमुख अधीक्षक, जिला अस्पताल उत्तरकाशी ने कहा:
> डाई -डेल- फिस यूट्रस जैसी दुर्लभ स्थिति में 37 सप्ताह तक गर्भावस्था को सुरक्षित रखना और फिर ऑपरेशन द्वारा स्वस्थ प्रसव कराना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है।यह सफलता हमारी टीम की तत्परता, पेशेवर दक्षता और आपसी समन्वय का परिणाम है। अस्पताल में उपलब्ध संसाधनों और प्रशिक्षित स्टाफ की बदौलत हम इस तरह की जटिल परिस्थितियों का सफल प्रबंधन कर पा रहे हैं।”
इस सफल ऑपरेशन में योगदान देने वाली टीम में डॉ. शमा आफरीन (स्त्री रोग विशेषज्ञ), डॉ आस्था नेगी (निश्चेतक) , अनीता चौहान (प्रभारी महिला अस्पताल), संगीता राय, श्रीमती क्रिस्टिना नर्सिंग अधिकारी आदि मौजूद रहीं।



