उत्तराखंड
*पोस्ट ऑफिस की लापरवाही से पेंशन से वंचित महिला को मिला न्याय, आयुक्त ने दिए सख्त निर्देश*
हल्द्वानी। कुमाऊं आयुक्त एवं मुख्यमंत्री सचिव दीपक रावत ने एक बार फिर संवेदनशीलता का परिचय देते हुए अंतिम पंक्ति में खड़े नागरिकों की समस्याएं सुनीं और मौके पर ही समाधान के निर्देश दिए। इस दौरान जमीन विवाद, अतिक्रमण, विद्युत पोल शिफ्टिंग, पारिवारिक झगड़े, संपत्ति विवाद और बैंक फ्रॉड जैसी गंभीर शिकायतें आयीं, जिनका तत्काल निस्तारण किया गया।
जनसुनवाई में सर्वाधिक शिकायतें भूमि विवाद से संबंधित रही। आयुक्त ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि भूमि विवादों का त्वरित और निष्पक्ष समाधान सुनिश्चित किया जाए।
वर्षा ऋतु में सांप के काटने की घटनाएं बढ़ने पर आयुक्त ने सुशीला तिवारी चिकित्सालय के प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी को तलब किया। डॉ. जोशी ने जानकारी दी कि अस्पताल में रोज़ाना 2 से 3 सर्पदंश के मामले आते हैं, जिनका समुचित और प्रभावी उपचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में एंटी-स्नेक वैक्सीन उपलब्ध है।
आयुक्त रावत ने जनता से अपील की कि सर्पदंश की स्थिति में झाड़फूंक, ब्लेड से काटने जैसे अंधविश्वास से बचें और तुरंत चिकित्सकीय परामर्श लें।
ढोलक बस्ती निवासी मानसिक रूप से बीमार ताजो, जो कि अत्यंत निर्धन हैं और जिनका आयुष्मान कार्ड भी नहीं बना है, के मानसिक उपचार की अपील पर आयुक्त ने तत्काल कार्रवाई करते हुए डॉ. जोशी को निर्देशित किया कि उनका उपचार चैरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से निशुल्क कराया जाए।
सुभाष नगर निवासी हरप्रीत कौर ने बताया कि उनके पति एयरफोर्स से सेवानिवृत्त होने के बाद यूके में कार्यरत रहे, जहां से उन्हें पेंशन चेक के माध्यम से मिलती है। पिछले छह माह के चेक पोस्ट ऑफिस की लापरवाही से उन तक नहीं पहुंचे। जांच में पता चला कि पता बदलने के बाद भी पोस्ट ऑफिस ने चेक वितरित नहीं किए। आयुक्त ने पोस्टमास्टर को फटकार लगाते हुए नये पते पर चेक तुरंत पहुंचाने के निर्देश दिए।
द्वाराहाट की मानसी ने बताया कि उन्होंने एक निजी कॉलेज में 31,000 रुपये जमा कर मैनेजमेंट कोर्स हेतु आवेदन किया था, परंतु चयन राजकीय कॉलेज में हो जाने के बाद उन्होंने फीस वापसी की मांग की, जिसके एवज में सिर्फ 50% ही लौटाया गया। इस पर आयुक्त ने कॉलेज प्रबंधन को तत्काल शेष राशि लौटाने के निर्देश दिए।
हल्द्वानी निवासी घनश्याम अग्रवाल ने धोखे से ली गई धनराशि वापसी की मांग की, वहीं संध्या, निवासी काठगोदाम ने ओटीपी के जरिए खाते से निकली धनराशि को वापस दिलाने की गुहार लगाई। मायादेवी निवासी मल्ला गोरखपुर ने भवन की सील हटाने की अपील की। इन सभी मामलों में आयुक्त ने संबंधित अधिकारियों को तत्क्षण कार्रवाई के निर्देश दिए।



