Connect with us

उत्तराखंड

*कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को लिखा खत, की यह मांग*

देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष  करन माहरा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखकर राज्य निर्माण में शामिल आंदोलनकारियों के चिन्हीकरण की प्रक्रिया शीघ्र पूर्ण किये जाने की मांग की है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को लिखे पत्र में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने राज्य निर्माण आंदोलनकारियों के चिन्हीकरण की मांग को लेकर राजधानी देहरादून के कचहरी स्थित शहीद स्थल पर धरनारत राज्य निर्माण आंदोलनकारियों की ओर मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा है कि राज्य निर्माण में शामिल आन्दोलनकारी अपनी न्यायोचित मांग को लेकर लम्बे समय से आंदोलनरत हैं तथा विगत समय से शहीद स्थल पर धरनारत हैं। उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण आन्दोलन में शामिल आंदोलनकारियों के चिन्हीकरण का प्रकरण लम्बे समय से लम्बित है तथा राज्य निर्माण आन्दोलन में शामिल लोगों द्वारा समय-समय पर विभिन्न आंदोलनों के माध्यम से अपनी मांग उठाई जाती रही है परन्तु राज्य निर्माण को 23 वर्ष व्यतीत होने के उपरान्त भी राज्य सरकार द्वारा राज्य निर्माण में शामिल आंदोलनकारियों के चिन्हीकरण का कार्य पूर्ण नहीं किया जा सका है।

श्री करण माहरा ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य निर्माण में महिला एवं नौजवान आन्दोलनकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है जिन्होंने अपने भविष्य को दाव पर लगाकर राज्य निर्माण के सपने को साकार करने में अपना योगदान दिया है। राज्य निर्माण आंदोलनकारी परिषद एवं शासन द्वारा सभी जिलाधिकारियों से उनके जनपद से राज्य निर्माण आंदोलन में शामिल लोगों की आख्या मांगी गई थी तथा नई दिल्ली के जन्तर-मन्तर स्थित धरना स्थल सहित राज्य निर्माण आन्दोलन में प्रतिभाग करने वाले आन्दोलनकारियों की सूची विभिन्न जनपदों के जिलाधिकारियों द्वारा शासन को प्रेषित की जा चुकी है, परन्तु रिपोर्ट शासन को भेजने के उपरान्त भी आन्दोलनकारियों के चिन्हींकरण की प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो पा रही है जिससे आन्दोलनकारियों में आक्रोष व्याप्त है तथा वे आन्दोलन की राह पर हैं।  प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि पुष्ट अभिलेखों के आधार पर राज्य आंदोलनकारियों का चिन्हीकरण पूर्ण करते हुए राज्य निर्माण आन्दोलन में शामिल आन्दोलनकारियों को पहचान पत्र जारी करने की प्रक्रिया सुनिश्चित की जाय।

Ad Ad Ad Ad Ad

More in उत्तराखंड