उत्तराखंड
*नैनीतालः बलियानाला में चल रहे भूस्खलन ट्रीटमेंट कार्य का जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण*
नैनीताल। जिलाधिकारी वंदना सिंह ने गुरुवार को भूस्खलन प्रभावित बलियानाला क्षेत्र में चल रहे ट्रीटमेंट कार्य का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कार्यों की प्रगति पर ध्यान देते हुए संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि ट्रीटमेंट कार्य समय से पूर्ण किए जाएं और अधिक संवेदनशील स्थलों को बरसात से पहले पूरी तरह से निपटाया जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि बलियानाला में सिचांई विभाग द्वारा सुरक्षा कार्य प्रगति पर है, जिसकी तीन साल की कार्य अवधि निर्धारित की गई है। हालांकि, कुछ कार्यों में डीपीआर में संशोधन किए गए हैं और कार्य की गति धीमी रही है। इसके लिए उन्होंने संबंधित विभाग को कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही स्वीकृत कार्यों को प्राथमिकता देने के साथ मैनपावर बढ़ाने की बात कही, ताकि मानसून से पहले सभी कार्य पूर्ण हो सकें।
वंदना सिंह ने यह भी बताया कि विद्यालय निर्माण के लिए एनओसी जारी हो गई है और जल्द ही विद्यालय निर्माण कार्य शुरू होगा। इसके साथ ही प्रभावित लोगों के विस्थापन के लिए कुछ जगहों का चयन किया गया है। इस पर उन्होंने संबंधित विभागों को सर्वे और स्थानीय लोगों से विचार-विमर्श करने का निर्देश दिया। उन्होंने दुर्गापुर क्षेत्र को विस्थापन के लिए चयनित किया और वहां पर लोगों को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता जताई।
जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि ट्रीटमेंट कार्य के दौरान यह सुनिश्चित किया जाए कि आबादी वाले इलाकों में कोई भी प्रभाव न पड़े। इसके लिए संबंधित विभागों को तकनीकी एजेंसियों के सुझाव के अनुरूप कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने नाले के बहाव को नियंत्रित करने हेतु नाले के किनारों पर किए जाने वाले कार्यों में गति बढ़ाने के निर्देश दिए।
बलियानाला क्षेत्र में अवैध भवन निर्माण पर रोक लगाने के लिए उन्होंने ईओ नगर पालिका और प्राधिकरण को नोटिस और चालानी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
कृष्णापुर क्षेत्र के स्थानीय निवासियों ने सड़क की समस्या की शिकायत की, जिससे उन्हें आवाजाही में कठिनाई हो रही थी। इस पर जिलाधिकारी ने ईओ नगर पालिका को कृष्णापुर क्षेत्र का सर्वे करने और दो पहिया वाहनों के लिए आवाजाही की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही सीवर लाइन के निर्माण को लेकर की गई शिकायत पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता जल संस्थान को मौके पर जाकर समाधान कराने का आदेश दिया।
इस दौरान संयुक्त मजिस्ट्रेट वरुणा अग्रवाल, एसडीएम प्रमोद कुमार, सिचांई विभाग के अधीक्षण अभियंता एमके खरे, अधिशासी अभियंता बिजेंद्र कुमार, सहायक अभियंता सुमित मालवाल, पीके पाठक सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।