उत्तराखंड
*उत्तराखंड: शातिर वाहन चोर गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार, चोरी के 9 वाहन बरामद*
उत्तराखंड में वाहन चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले पश्चिमी उत्तर प्रदेश (वेस्ट यूपी) के शातिर वाहन चोर गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ कर दिया है। देहरादून पुलिस ने इस गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनके कब्जे से 9 चोरी के वाहन बरामद किए गए हैं। पुलिस ने कोतवाली क्षेत्र में हुई 4 अलग-अलग वाहन चोरी की घटनाओं का खुलासा किया है।
पुलिस के मुताबिक, 28 दिसंबर 2024 को राहुल कुमार निवासी चंदर नगर ने अपनी लोडिंग मारुति टेम्पो चोरी होने की शिकायत कोतवाली नगर में दर्ज कराई थी। इसके बाद, 17 जनवरी 2025 को हरदयाल ने त्यागी रोड से अपनी स्कूटी चोरी होने की शिकायत की, वहीं जरीश अहमद ने रेलवे स्टेशन के पास से अपनी बाइक चोरी होने की रिपोर्ट की। इसके अलावा, रमेश घई ने सीएमओ ऑफिस के पास अपनी स्कूटी चोरी होने की शिकायत दी थी। इन तहरीरों के आधार पर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
पुलिस ने चोरी की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए कोतवाली नगर में विशेष टीमों का गठन किया और लगातार प्रयासों के बाद, 20 जनवरी को आरोपियों – आसिफ, वसीम और अबरार को गिरफ्तार किया। इन आरोपियों से पूछताछ के दौरान पुलिस ने 8 दोपहिया वाहन और 1 लोडिंग मारुति टेम्पो बरामद किए। इनमें से 4 वाहन कोतवाली नगर क्षेत्र से चोरी किए गए थे, जबकि अन्य 5 वाहनों के संबंध में जांच जारी है और जिले के विभिन्न थानों से जानकारी जुटाई जा रही है।
एसएसपी अजय सिंह के अनुसार, आरोपी आसिफ ट्रेन के जरिए अकेले बिजनौर से देहरादून आता था और रात के समय सुनसान इलाकों में रैकी करके मास्टर चाबी से खड़ी वाहनों को खोलने का प्रयास करता था। जिन वाहनों में चाबी लगी होती थी, उन्हें वह चुरा ले जाता था। चोरी किए गए वाहनों को वह अपने साथी वसीम के साथ मिलकर अबरार नामक कबाड़ी को बेचता था, जो इन वाहनों को काटकर कबाड़ में बेच देता या फिर सस्ते दामों पर जरूरतमंद लोगों को बेचता था। अबरार ने पूछताछ में बताया कि वह अब तक 5 से 6 गाड़ियों को काटकर कबाड़ में बेच चुका है।
पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है और उनकी भूमिका की विस्तृत जांच जारी है। पुलिस का कहना है कि यह कार्रवाई वाहन चोरी की घटनाओं पर नियंत्रण रखने के लिए बेहद अहम कदम है।