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उत्तराखंड

राष्ट्रीय सेमिनार में महिलाओ के अपमानजनक सबंध व घरेलू हिंसा पर गहन मंथन।

नैनीताल।नगर के डी एस बी परिसर कुमाऊं विश्वविद्यालय के गृह विज्ञान व राष्ट्रीय महिला आयोग के तत्वाधान में एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार का विषय था “महिलाओं केअपमानजनक संबंधों की पहचान एवं घरेलू हिंसा से संबंधी अधिकारों एवं अधिनियमों हेतु जागरूकता कार्यक्रम” ।

आज मंगलवार महिला दिवस के मौके पर राष्ट्रीयसेमिनार का शुभारंभ समाज शास्त्र विभाग से प्रो. इंदु पाठक, बॉटनी विभाग से प्रो. ललित तिवारी, सेमिनार निदेशक प्रो. लता पाण्डे सेमिनार संयोजक डॉ छवि आर्या ने सामुहिक रूप से किया ।इस अवसर पर प्रो. ललित तिवारी ने कहा की लगभग देश को आधी आबादी महिलाएं हैं हर क्षेत्र में महिलाओं का उत्कृष्ट योगदान रहा है। प्रो. इंदु पाठक ने महिलाओं की अनगिनत उपलब्धियों तथा वंचित महिलाओं के लिए अवसर बढ़ाने पर जोर देने को कहा।
सेमिनार में जी. बी. पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर से प्रो. अनुराधा दत्ता ने महिलाओं के खिलाफ साइबर अपराध तथा यौन शोषण के बारे में चर्चा की ।
राजनीती शास्त्र विभाग से प्रो. नीता बोरा शर्मा ने ग्रामीण महिलाओं की कर्मठता की प्रशंसा की। उन्होंने महिलाओं के खिलाफ हिंसा तथा मानवाधिकारों पर चर्चा की ।
उच्च न्यायालय में वरिष्ठ अधिवक्ता मंजू कोटलिया ने महिलाओं के खिलाफ घरेलु हिँसा के लिए कानूनी प्रावधानों को समझाया तथा घरेलु हिंसा के बच्चों पर असर के बारे में भी बताया।
विमर्श एन जी ओ की संस्थापक एवं प्रबंधक तथा तीलू रौतेली पुरस्कार विजेता कंचन भंडारी ने छेड़छाड़ उत्पीड़न यौन शोषण उसकी रोकथाम तथा पुनर्वास के बारे में बताया ।प्रो.लता पांडे ने सेमिनार की रूपरेखा प्रस्तुत की व संचालन डॉ छवि आर्या ने किया।
सेमिनार में प्रो. अर्चना श्रीवास्तव, प्रो चन्द्रकला रावत, डॉ दीपिका गोस्वामी, डॉ गीता तिवारी ,डॉ रीना शाह, डॉ रीतेश शाह, डॉ विजय कुमार, डॉ संतोष कुमार, डॉ रुचि मित्तल, डॉ भूमिका, डॉ भारत पांडे, इंद्रा पंत, हीरा पांडे, डॉ लक्ष्मी धस्माना, पुष्प नैथानी, देवकी गोस्वामी आदि मौजूद रहे।
डॉ छवि आर्या ने सलाहकार समिति के सभी सदस्यों का, संयोजक समिति के सभी ससस्यों का, गृह विज्ञान विभाग के सभी शिक्षणेत्तर कर्मचारियों तथा सभी प्रतिभागी छात्राओं का सेमिनार में प्रतिभाग करने क लिए धन्यवाद ज्ञापित किया गया ।

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