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उत्तराखंड

12वीं अंतराष्ट्रीय मानसून माउंटेन मैराथन का नैनीताल में भव्य अयोजन,21 किमी में भारतीय सेना के धावक रोहित यादव ने प्रथम जबकि महिला वर्ग में रेनू शर्मा ने पहला स्थान प्राप्त

नैनीताल। रन टू लिव संस्था के तत्वावधान में रविवार को नगर के ऐतिहासिक डीएसए मैदान में दिल से दिल के लिए दौड़े थीम पर 12वीं मानसून मैराथन का विशेष आयोजन किया गया जिसमें 21 किलोमीटर में भारतीय सेना के धावक रोहित यादव ने प्रथम स्थान हासिल किया जबकि महिला वर्ग में रेनू शर्मा ने पहला स्थान प्राप्त किया वही वेटरन वर्ग 50 सेअधिक के धावकों में सुरेश कुमार प्रथम स्थान पर रहे।

इससे पूर्व डीएसए मैदान में सुबह मैराथन का शुभारम्भ मुख्य अतिथि भारतीयजीवन बीमा निगम के वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबंधक डी. के. जोशी,विशिष्ट अतिथि

भारतीय बॉलीबाल टीम के पूर्व कप्तान सुब्बाराव तथा एलआईसी लखनऊ केक्षेत्रीय प्रबन्धक (हाउसिंग) आलोक मतिमान तथा पूर्व कार्यकारी निदेशकएलआईसी के. एस. नागन्याल तथा जी. एस. त्रिपाठी के साथ ही रन टू लिव केअध्यक्ष व पूर्व ओलंपियन राजेन्द्र सिंह रावत तथा सचिव व अंतराष्ट्रीय

धावक हरीश तिवारी,पुलिस क्षेत्राधिकारी (नगर)विभा दीक्षित तथा उप निदेशकखेल उत्तराखण्ड सुरेश पांडे तथा नेहा लाल पूर्व मिसिज इंडिया रनर अप ने

संयुक्त रुप से हरी झंडी दिखाकर किया। इस बार आयोजित मैराथन की थीम दिल

से दिल के लिये दौड़ें थी ताकि तेजी से बढ़ ही हार्ट अटैक की घटनाओं पर

नियंत्रित किया जा सके और लोगों को हार्ट अटैक के बारे में जानकारी दी जा

सके। 12वीं नैनीताल मानसून माउंटेन मैराथन में भारतीय सेना के धावक

रोहित यादव ने 1 घंटा 19 मिनट 12 सेकेंड में 21 किमी ओपन मैराथन में पहला

स्थान प्राप्त किया जबकि रमेश कुमार ने 1 घंटा 20 मिनट 15 सेकेंड का समय

लेकर दूसरा और मोहित शर्मा ने 1 घंटा 23 मिनट 47 सेकेंड में तीसरा स्थान

प्राप्त किया।

महिला वर्ग में 21 किमी में रेनू शर्मा ने 1 घंटा 31 मिनट 41 सेकेंड में

पहला, रूबी कश्यप ने 1 घंटा 36 मिनट 17 सेकेंड में दूसरा और रीमा पटेल ने

1 घंटा 37 मिनट 40 सेकेंड तीसरा स्थान प्राप्त किया जबकि वेटरन वर्ग 50

से अधिक के धावकों में सुरेश कुमार प्रथम, चरण सिंह द्वितीय और शिवेंद्र

सिंह तृतीय स्थान पर रहे जबकि महिला वर्ग में मीनाक्षी तिवारी प्रथम रही।

इसी क्रम में 10 किलोमीटर ओपन मैराथन में कुशा सिंह प्रथम, ऋ तिक शर्मा

द्वितीय, गौरव सिंह सिराला तृतीय स्थान पर रहे। महिला वर्ग में विनीता

गुर्जर प्रथम, यशोधा गौर द्वितीय जबकि भावना नेगी तृतीय स्थान पर रही

जबकि 50 से अधिक उम्र के धावकों में मुकेश राणा पहले, सुरेश चंद्र दूसरे

तथा घनानंद पाण्डेय तीसरे स्थान पर रहे वहीं महिला वर्ग में नीमा बिष्ट

प्रथम, लीना चौहान द्वितीय स्थान पर रही। 5 किलोमीटर पुरुष वर्ग में

राघवेंद्र प्रथम,सनी कुमार द्वितीय, पवन कुमार तृतीय स्थान पर रहे। महिला

वर्ग में बिना बसेरा प्रथम,कंचन लोधियाल द्वितीय ज्योति फतियाल तृतीय

स्थान पर रही।

डीएसए खेल मैदान में आयोजित हुई मानसून मैराथन के बाद स्कूली

छात्र-छात्रओं के लिए रन फ ॉर फ न का विशेष आयोजन किया गया। मैराथन में

करीब 1200 से अधिक धावकों ने प्रतिभाग किया। विभिन्न प्रतियोगिताओं में

उत्तराखण्ड के अलावा जम्मू कश्मीर, महाराष्ट्र, दिल्ली,उत्तर प्रदेश,

पश्चिमबंगाल, राजस्थान, पंजाब तथा तिलंगाना आदि राज्यों के करीब 1300

प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर पर

मैराथन का हिस्सा रहे देश के कई खिलाड़ी मंच में मौजूद रहे। इन सभी

खिलाडियों का रन टू लिव संस्था के सचिव हरीश तिवारी ने स्वागत किया।

प्रतियोगिता को सफल बनाने में रन टू लिव संस्था की पूरी टीम तथा उससे

जुड़े अन्य लोगों ने हर संभव सहयोग दिया। समारोह का संचालन नवीन पांडे व

हरीश तिवारी ने संयुक्त रुप से किया। बता दें इस बार रन 2 लिव की टीम ने

नैनीताल के कई लोकल प्रोडक्ट्स को प्रमोट किए जिसमे हमारे पहाड़ के

बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए उनके स्टॉल लगाए थे जबकि हल्द्वानी से

रघुबीर सिंह कालाकोटी की इलेक्ट्रिक साइकिल को तथा एकेश तिवारी ने एक

पहाड़ी सामग्री से बनी हुई नमकीन को लॉन्च किया गया।

 

नैनीताल  12वीं मानसून मैराथन में प्रथम आने वाले

भारतीय सेना के धावक रोहित यादव ने कहा मैदान की अपेक्षा पहाड़ों में

दौडऩा कठिन है। नैनीताल के ट्रैक्स बेहद कठिन हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर

प्रतिभाग करने और ओलंपिक की तैयारी करने के लिए नैनीताल के ट्रैक बहुत

अच्छे हैं वही दूसरा स्थान पाने वाले धावक रमेश ने कहा कि नैनीताल की

मैराथन के बारे में उन्होंने कई बार सुना था जिस वजह से मैराथन में

प्रतिभाग करने के लिए नैनीताल पहुंचे हैं। उनका लक्ष्य है कि देश के लिए

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल लाना जिसकी तैयारियों के लिए नैनीताल में

आयोजित हो रही मैराथन में प्रतिभाग किया।

 

 

नैनीताल । बीते साल एक सडक़ हादसे में अपना पांव गवा चुके

मुंबई निवासी अंशुल ने नैनीताल में विषम परिस्थितियों के दौरान 21

किलोमीटर लंबी मैराथन को पूरा किया। मैराथन पूरी करने के बाद अंशुल ने

बताया उन्हें मैराथन दौडऩे का शौक था, उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय मैराथन

में प्रतिभा किया है लेकिन बीते वर्ष एक सडक़ हादसे में उन्होंने अपना

पांव को दिया जिसके बाद वह कृत्रिम पांव के सहारे चलना शुरू किया और अब

नैनीताल में हुई मैराथन मैं प्रतिभा करने पहुंचे हैं।

 

नैनीताल । मैराथन में बतौर अतिथि पहुंचे भारतीय वॉलीबॉल

के पूर्व कप्तान सुब्बाराव ने कहा कि पहले की अपेक्षा अब खेलों में काफ ी

अच्छा भविष्य है। सरकार खेलों की तरफ ध्यान दे रही है। कहा कि पहाड़ों

में प्रतिभाएं हैं जिनको तरासने के लिए इस तरह का आयोजन हो रहे हैं।

उन्होंने कहा उनको आयोजक संस्था रन टू लिव के द्वारा 2011 में इस मैराथन

के बारे में बताया जा रहा था। उनको नैनीताल आने की इच्छा थी जो आज पूरी

हुई हैं। इस तरह की मैराथन युवाओं के मोटिवेशन के लिए बेहद जरूरी है।

नैनीताल में हो रही मैराथन पहाड़ के धावकों को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक ले

जाने के लिए कारगर सिद्ध हो सकती है।

 

 

 

 

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