उत्तराखंड
*उत्तराखंड में गैर कानूनी अभियानों से जनता परेशान, इन संगठनों ने जताया रोष*
देहरादून। प्रेस क्लब देहरादून में आयोजित प्रदेश स्तर की बैठक में राज्य के विपक्षी दलों एवं विभिन्न जन संगठनों ने राज्य में बिगड़ती हुई कानून व्यवस्था, बढ़ते हुए नफरती प्रचार एवं सरकार की निष्क्रियता पर आक्रोश जता कर चिंता व्यक्त की कि इस प्रकार के आपराधिक कार्यों से लोगों को नुक्सान भी हो रहा है और उत्तराखंड राज्य बदनाम भी हो रहा है।
प्रतिनिधि देहरादून, नैनीताल, भवाली, रामनगर, गरुड़, पिथौरागढ़, सल्ट, हल्द्वानी, बागेश्वर, हरिद्वार, टिहरी, और राज्य के अन्य शहरों से आये थे। प्रतिभागियों ने सर्व सहमति से प्रस्ताव पारित कर कहा कि सत्ताधारी दल एवं चंद संगठनों द्वारा फैलाये जा रहे नफरती प्रचार के साथ आपराधिक धमकियाँ दी जा रही है एवं सांप्रदायिक कार्यक्रमों आयोजित किये जा रहे हैं। देश भर से और न्यायालयों की ओर से आलोचना होने के बावजूद सरकार ज़िम्मेदार लोगों एवं संगठनों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। किसी भी प्रकार के यौन शोषण को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता, लेकिन उन घटनाओं के बहाने धर्म के आधार पर निर्दोष लोगों को निशाना बनाना, यह भी अपराध है। सरकार अपना सांवैधानिक फ़र्ज निभाने की बजाय लगातार पक्षपात के पक्षपात करते हुई दिखाई दे रही है।
उत्तराखंड दुनिया भर में चिपको आंदोलन, प्राकृतिक सुंदरता एवं शांतिपूर्ण राज्य के नाम से जाना जाता है। लेकिन इस हिंसक अभियान की वजह से राज्य की छवि भी ख़राब हो रही है। राजनैतिक दलों की और से भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मा-ले) के राज्य सचिव इंद्रेश मैखुरी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय कौंसिल सदस्य समर भंडारी, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव डॉ SN सचान, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के लेखराज, और उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के प्रभात ध्यानी ने बैठक को सम्बोधित किया। कांग्रेस पार्टी की मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने समर्थन जताते हुए कहा कि पार्टी के पूर्व राज्य अध्यक्ष प्रीतम सिंह की माँ के देहांत होने की वजह से कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधि कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाएंगे लेकिन वे प्रस्ताव के साथ हैं।
जन संगठनों एवं बुद्धिजीवियों की और से वरिष्ठ पर्यावरणविद और उत्तराखंड इंसानियत मंच के संयोजक डॉ रवि चोपड़ा, उत्तराखंड लोक वाहिनी के अध्यक्ष राजीव लोचन साह, उत्तराखंड महिला मंच की कमला पंत एवं गीता गैरोला, वरिष्ठ पत्रकार त्रिलोचन भट्ट, उत्तराखंड सर्वोदय मंडल के इस्लाम हुसैन और गोपाल भाई, वन पंचायत संघर्ष मोर्चा के तरुण जोशी, समाजवादी लोक मंच के मुनीश कुमार, चेतना आंदोलन के शंकर गोपाल, रचनात्मक महिला मंच के अजय जोशी, वन गुज्जर ट्राइबल युवा संगठन के मोहम्मद इशाक, जन संवाद समिति के सतीश धौलखंडी, और अन्य प्रतिनिधियों ने कार्यक्रम को सम्बोधित किया। क्रांतिकारी लोक संगठन, प्रगतिशील महिला मंच, और अन्य संगठनों के प्रतिनिधि भी कार्यक्रम में शामिल रहे। बैठक में निर्णय लिया गया है कि संविधान के मूल्यों एवं जनता के हक़ों के लिए जारी आंदोलन को आगे बढ़ाया जायेगा और प्रदेश भर में और लोगों तक पहुंचवाने की कोशिश की जाएगी।