Monday, April 22, 2024

हिंदी पत्रकारिता दिवस पर कुविवि डीएसबी परिसर में पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग द्वारा अनेको कार्यक्रम आयोजित।

नैनीताल।हिंदी पत्रकारिता के इतिहास में 30 मई का खास महत्व है। यही कारण है कि 30 मई को हर साल हिंदी पत्रकारिता दिवस के रूप में मनाया जाता है। दरअसल, इसी दिन वर्ष 1826 को पंडित जुगल किशोर शुक्ल ने पहले हिंदी अखबार ‘उदन्त मार्तण्ड’ का प्रकाशन किया था।
आज इसी अवसर पर कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर में पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया,जिसमे मुख्य अतिथि 2021 बैच के आईएएस राहुल आनंद थे।कार्यक्रम की अध्यक्षता कला संकाय की डीन प्रो इंदु पाठक ने की। कार्यक्रम की शुरुआत पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो गिरीश रंजन तिवारी और असिस्टेंट प्रोफेसर पूनम बिष्ट ने आईएएस राहुल आनंद को पुष्प गुच्छ भेंट कर की। आईएएस राहुल आनंद से इस मौके पर कहा कि आज पत्रकारिता लोकतंत्र के सबसे मजबूत स्तंभ के तौर पर देखी जाती है जिस देश मे मीडिया की भूमिका रहती है वहाँ लोकतंत्र भी जिंदा रहता है जिन देशों में मीडिया की सक्रिय भूमिका नही रही वहां तानाशाही हो गयी। उन्होंने विभाग के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत किये कार्यक्रमों की भी प्रशंसा की।
कार्यक्रम में मौजूद प्रो इंदु पाठक ने विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत किये गए नुक्कड़ नाटक को सराहा और कहा कि विद्यार्थियों द्वारा किये गए नुक्कड़ नाटक ने जो संदेश दिया है वो बहुत ही अच्छा और संवेदनशील है। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को आशीर्वाद भी दिया। कार्यक्रम में शामिल कुटाध्यक्ष प्रो ललित तिवारी ने कहा कि आज हिंदी पत्रकारिता दिवस है और हमें हिंदी भाषी होने पर गर्व होना चाहिये, आज लोग इंग्लिश को अपना स्टैंडर्ड मानकर हिंदी को बढ़ावा नही देते जबकि आज ज़्यादातर लोग हिंदी ही समझते है हिंदी ही बोलते है। उन्होंने भावी पत्रकारों को ईमानदारी से पत्रकारिता करने की भी सलाह दी। वही कार्यक्रम की शोभा बढ़ाते हुए प्रो सतपाल बिष्ट ने कहा कि मैं इससे पहले दो मास कॉम इंस्टीट्यूट(IMC) में जा चुका हूं लेकिन जिस तरह कम संसाधनों में डीएसबी परिसर के पत्रकारिता विभाग के विद्यार्थियों ने प्रस्तुति दी है वैसा कार्यक्रम कहीं किसी इंस्टीट्यूट में देखने को नही मिला। उन्होंने विद्यार्थियों को पत्रकारिता के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी दक्षता साबित करने के लिए भी प्रेरित किया।
कार्यक्रम का संचालन प्रो गिरीश रंजन तिवारी,और कंचन वर्मा ने किया। वहीं वर्क शॉप में विद्यार्थियों द्वारा तैयार किये गए बुलेटिन में सुनील बोरा का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम को सफल बनाने में असिस्टेंट प्रोफेसर पूनम बिष्ट,शोधार्थी किशन,संजय पंडित,वरिष्ठ पत्रकार अरुण कुमार शाह,और पत्रकारिता विभाग के सभी विद्यार्थियों का अहम योगदान रहा।

हिंदी पत्रकारिता दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में विभाग के छात्र छात्राओं द्वारा वर्क शॉप में तैयार किये गए न्यूज़ बुलेटिन को भी दिखाया गया। जिसमे छात्रों द्वारा हिंदी पत्रकारिता दिवस पर विशेष बुलेटिन को दिखाया गया था। इसके अलावा वरिष्ठ पत्रकार कंचन वर्मा के निर्देशन में विभाग के विद्यार्थियों ने पत्रकारिता के क्षेत्र में पत्रकारों की भूमिका और उनके न्यूज़ सेंस को लेकर एक नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किया,जिसमें उन्होंने दिखाया कि आज सोशल मीडिया में ज़्यादा व्यूज और सब्सक्राइबर्स बढ़ाने के लिए और ब्रेकिंग न्यूज़ की होड़ में मानव मूल्यों को भूलकर न केवल पत्रकार बल्कि आम लोग भी किसी पीड़ित की वीडियो बनाने लगते है।
वही कार्यक्रम में गिटारिस्ट पीयूष बिष्ट ने अपनी सहयोगियों के साथ उत्तराखंड के लोक गीत की सुंदर प्रस्तुति दी। विद्यार्थी मंथन रस्तोगी ने स्वरचित कविताओं से सबका ध्यान आकर्षित किया। रंगकर्मी संजय पंडित ने सुप्रसिद्ध नाटक अंधा युग मे गाये कोरस की प्रस्तुति दी।
वर्क शॉप में तैयार की गई बुलेटिन में हर्षित(हैरी),सौम्यता बिष्ट,लक्ष्मी,राहुल,योगिता,खुशी,अनुष्का,रवि टण्डन,शुभांकर वर्मा,का योगदान सराहनीय रहा।

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