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महाशिवरात्रि विशेष:नैनीताल में एक अंधकार भरी गुफा में प्रकाशमान हुआ स्वयंभू शिवलिंग। अपने परम भक्त को पुकारा था भोलेनाथ ने।
रितेश सागर:
नैनीताल: नगर के मल्ला कृष्णा पुर स्थित गुफा महादेव मंदिर भक्तों लिए अटूट आस्था का प्रतिक है, कहते कि यहां शिवलिंग धरती के अंदर से स्वयं ही प्रकट हुआ है। माहशिवारात्रि के दिन यहां भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती हैं। साथ ही शिवलिंग के विषय में जानने की उत्सुकता भी रहती है।
गुफा महादेव मंदिर नगर में भक्तों के लिए आस्था का प्रतीक है। प्रख्यात इतिहासकार प्रो. अजय रावत की मानें तो मंदिर का निर्माण 1892 में हुआ व क्षेत्र के निवासी कृष्णा साह की धर्मपत्नी परम शिवभक्त थीं। उन्हें मंदिर स्थापना से पूर्व शिवरात्रि की प्रातः ऐसा लगा मानो साक्षात शिव उन्हें पुकार रहे हों और कह रहे हों कि मैं भूमिगत हूँ। उन्होंने शिव से पूछा कि वह किस पर हैं और वह उस स्थान की खोज कैसे करेंगी तो शिव ने कहा कि मैं उस स्थान पर अंधेरे में प्रकाशमान होऊंगा।
उन्होंने इस घटना के बारे में अपने पति को बताया जो कि स्वयं भी शिव भक्त थे, तब शिवरात्रि के दिन इस गुफा में खुदाई की गयी, तो शिवलिंग प्रकाशमान हुई, इसके बाद यह स्थान एक तीर्थस्थल के रूप में विख्यात हो गया। शिवलिंग में प्राकृतिक रूप जलधारा गिरती है। तब से ये स्थान गुफा महादेव के नाम से जाना जाता है, और हर वर्ष सैकड़ो की तादात में भक्तजन शिवलिंग के दर्शन के किये पहुंचकर मन्नत मांगते है और भगवान शिव उनकी मन्नत ज़रूर पूरीकरते हैं। महाशिवरात्रि के पर्व पर नयना देवी मंदिर, मॉल रोड शिव मंदिर, हनुमान गढ़ मंदिर आदि में भक्तों ने शिवलिंग का जलाभिषेक किया।