उत्तराखंड
ज़रा सी बात पर हेल्पर ने अपने उस्ताद को नदी में फेंका (मौत), औऱ गुमशुदगी लिखवाने भी पहुंचा थाने, सारी घटना सीसीटीवी में कैद
उत्तरकाशी। क्षेत्र में मिठाई की दुकान में काम करने वाले कारीगर (उस्ताद) को भागीरथी नदी में गिराने वाले हेल्पर के विरुद्ध पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर दिया है। साथ ही आरोपित को गिरफ्तार कर दिया है। भागीरथी नदी में गिराने की घटना पुलिस की ओर से लगाए गए सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई। वहीं भागीरथी नदी गिरे कारीगर की तलाश में राज्य आपदा मोचन बल और पुलिस जुटी हुई है। खास बात यह है कि शातिर आरोपित हेल्पर स्वीट शॉप मालिक के साथ गुमशुदगी लिखवाने के लिए भी कोतवाली में पहुंचा था।
गत 31 जुलाई को शिवराज गुसांई निवास लदाड़ी उत्तरकाशी ने अपनी दुकान के हेल्पर महादेव नौटियाल निवासी ज्ञानसू उत्तरकाशी के साथ कोतवाली में पहुंच कर एक गुमशुदगी की तहरीर दी। जिसमें उन्होंने बताया कि उनकी दुकान विश्वनाथ स्वीट शॉप पर काम करने वाला कारीगर सोबन सिंह पंवार (42) निवासी खोलगढ प्रतापनगर थाना लम्बगांव टिहरी गढ़वाल लापता है। पुलिस ने खोजबीन करनी शुरू की तथा शहर में लगाए गए सीसीटीवी कैमरों को खंगाला। केदारघाट के निकट लगे सीसीटीवी में पुलिस देखा कि 30 जुलाई की रात्रि को स्वीट शॉप के कारीगर सोबन सिंह पंवार को होटल में ही काम करने वाले हेल्पर महादेव नौटियाल ने धक्का मारकर नदी में फेंका। 31 जुलाई की रात्रि पुलिस ने महादेव नौटियाल पुत्र गोविन्द राम नौटियाल निवासी ज्ञानसू उत्तरकाशी को गिरफ्तार किया। पुलिस की पूछताछ में आरोपित ने बताया कि स्वीट शॉप में काम करने के दौरान अक्सर सोबन सिंह पंवार उसे काम करने के लिए डांटता रहता था, टार्चर करता था और अपना आर्डर चलाता था। जिस कारण से उसके मन में सोबन सिंह पंवार के प्रति बहुत गुस्सा था। महादेव नौटियाल ने पुलिस को बताया कि 30 जुलाई की रात को उसने कारीगर के साथ मिलकर शराब पी। उसके बाद कारीगर को केदारघाट पर ले गया और बातों में उलझाया। भागीरथी नदी किनारे रेलिंग से जब सोबन सिंह भी मोबाइल फोन से वीडियो बनाने लगा मौका पाकर उसने सोबन सिंह पंवार को नदी में गिरा दिया। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में वरिष्ठ उप निरीक्षक मोहन कठैत, उप निरीक्षक प्रकाश राणा, कांस्टेबल दीपक सिंह, गोविन्द सिंह, सरदार सिंह, प्रमोद सिंह, मनीष मंमगाई, कपिल, नीरज रावत शामिल हैं।