नैनीताल
अब नैनी झील में पर्यटको को लुभायेंगी महाशीर, आखेट करोबार की योजना पर भी विचार – डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल,
नैनीताल। सरोवर नगरी की जीवनदायनी नैनी में शनिवार को महाशीर मछली प्रजाति के आठ हजार बीज डाले गये। महाशीर संरक्षण एवं संवर्धन अभियान के तहत बोट हाउस क्लब के निकट हुए कार्यक्रम में जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल, शीतजल मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान भीमताल के निदेशक पीके पाण्डे एवं मुख्य विकास अधिकारी संदीप तिवारी संयुक्त रूप से महाशीर मछलियॉ के बीज नैनीताल झील में डाले गये।
डीएम गर्ब्याल ने कहा कि महशीर मछलीयों को विकसित कर मत्स्य आखेट की संभावनाये भी तालशी जाएंगी जिससे देश विदेश के पर्यटको को आकर्षित किया जा सके जिससे की पर्यटन कारोबार में इजाफा होगा उन्होंने कहा की पहले भी झील में सिल्वर/कॉमन कार्प एवं महाशीर मछलियॉ झील में डाली गई। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों ने बताया कि कॉमन कार्प प्रजाजियों की मछलियॉ पानी के अन्दर लिपनिंग करती है जिससे झील को नुकसान हो सकता है वर्तमान में झील 67 प्रतिशत मछलियॉ है। इसे ध्यान में रखते वैज्ञनिकों की सलाह पर झील में कॉमन कार्प मछलियों को सीमित करने के लिए आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं तथा आगे भी चरणबद्व रूप से अन्य झीलों में भी महाशीर मछलियों को डाला जायेगा।
शीतजल मात्स्यिकी अनुसंधान निदेशक भीमताल पीके पाण्डे ने बताया कि यह कार्यक्रम लद्दाख से अरूणाचल प्रदेश तक चलाया जा रहा है, इसका मुख्य उद्देश्य महाशीर मछलियों को बढ़ावा देने का हैं इसी उद्देश्य से आज नैनीताल झील में मछलियों के बीज को झील में डाला जा रहा है जो तथा इस प्रकार के कार्यक्रम आगे भी आयोजित किये जायेगें।
इस अवसर पर नगरपालिका अधिशासी अधिकारी अशोक वर्मा, जिला विकास प्राधिकरण परियोजना अभियन्ता एलएम साह, शीतजल मात्स्यिकी अनुसंधान डॉ आरएस पतलिया, डॉ अख्तर आदि अधिकारी उपस्थित थे।