बेगूसराय शहर के मुंगेरीगंज निवासी स्वर्ण व्यवसाई राकेश चौधरी के बेटे ऋतुराज मणिपुर में बीटेक द्वितीय वर्ष के छात्र हैं। ऋतुराज ने बताया कि वो बचपन से ही हैकर बनने का सपना लेकर पढ़ाई में जुटे थे। कई कंपनियों की साइट में उन्होंने खामियां खोजी हैं। इस दौरान वो काफी समय से गूगल में गलतियां खोजने की कोशिश में जुटे थे। आखिरकार उन्हें गूगल की एक साइट पर बड़ी गलती नजर आई। ये खामी इतनी बड़ी थी जिससे साइट को हैक किया जा सकता था।
कंपनी ने छात्र को रिसर्चर में किया शामिल
ऋतुराज ने बताया कि उन्हें जैसे ही इस गलती का पता चला तो तुरंत ही गूगल को इसकी जानकारी दी। इसके लिए बाकायदा उन्होंने गूगल को मेल कर इसकी जानकारी दी। सूचना के एक दिन बाद ही गूगल ने भी छात्र को मेल कर उन्हें जानकारी दी कि उनकी साइट में खोजी गई गलती सही है। इसके लिए टीम काम में जुट गई है। साथ ही उन्हें भी अपने रिसर्चर में शामिल किया गया है।
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जानिए छात्र की कामयाबी पर परिजनों ने क्या कहा
जानकारी के मुताबिक, गूगल अपनी साइट में गलती खोजने वालों को बड़ी इनामी राशि भी देती है। देखना होगा कि ऋतुराज को कंपनी कौन सा इनाम देगी। फिलहाल गूगल ने ऋतुराज को अपने साइट पर रिसर्चर के तौर पर नाम शामिल किया है। उनकी इस उपलब्धि पर उनके परिजन और पड़ोसी बेहद खुश हैं। ऋतुराज के पिता ने कहा कि हैकर दो तरह के होते हैं अच्छे और बुरे। उनका बेटा अच्छा हैकर है, जो साइट की खामियों का उजागर करता है, जिससे कोई इसका गलत इस्तेमाल नहीं कर ले।