नैनीताल
आशा फाउंडेशन के द्वारा सुदूरवर्ती ग्रामीण अंचलो में चलाया स्तन कैंसर व सर्वाइकल कैसर जागरूकता अभियान।
मातृ दिवस पूर प्रत्येक मां के साथ धरती माँ को भी बचाने की पहल – पिक लेडी अन पेडवूमेन लेडी भी बनी।
नैनीताल।आशा फाऊडेशन द्वारा चलाई जा रही मुहीम के अन्तर्गत समाज मे 150 भयकर रूप फैलती महामारी जिसका नाम कैंसर है। महिलाओ मे खासकर स्तन केसर, व बच्चदानी’ के मुह का कैंसर (सरवाइकल कैंसर) जो गंभीर रूप ले चुका है। इसका बचाव जागरूकता काफी हद तक कारगर है।
आशा फाउंडेशन की अध्यक्ष आशा शर्मा ने इस मुहिम को गांव-2 तक ले जाकर ग्रामीण तबके में जहाँ आज भी जागरूकता के आभाव के कारण कारण महिलाएं,बेटिया इसकी जकड़ में आ जाती है। इस अभियान के तहत महिलाओं को स्तन कैंसर के बचाव के लिए स्वयं प्रशिक्षित करना, सरवाइकल केसर के बचाव के लिए माहवारी के समय खुद की साफ-सफाई को ध्यान में रखते हुए गंदे कपड़े या पुरानी रिति रिवाजा से मुक्त करते हुए उन्होंने प्रत्यिक माहिला को Retusable Rads जिसको बार-2 धोकर इस्तेमाल किया जा सकता,जो स्वस्थ्य के लिहाज से काफी लाभदायक व उन खास दिनों में खुद को पुर्णरूप से विश्वास के साथ ज़िन्दगी जीने मे मदद करती है। आशा फाउन्डेशन की मुहीम अपने आप में एक राज्यस्तरीय पहल’ है। इससे जो हम साधारण बाजार में उपलब्ध पेंडस जो हर महिने खरीदकर एक ग्रामीण क्षेत्र में कार्य करने वाली महिला के लिए नामुमकिन जैसा है और साथ ही ये पैड पर्यावरण को बहुत नुकसान पहुंचा रहे हैं आशा शर्मा का कहना कि वो महिलाओं के साथ के साथ धरती मां को भी ध्यान में रखते हुए पर्यावरण को भी बचाने का प्रयास कर रही हैं । पहले भीमताल ब्लॉक के जलाल गाव में प्रत्येक महिला को 44 पैडस व पेन्टिज दी व सदस्यों के साथ थापला गाव में एक कार्यक्रम रखा गया जहां डाक्टरों द्वारा स्वास्थ, सम्बन्धी जानकारी के साथ एक मां को अपनी बेटी बहू का मासिक धर्म के समय कैसे ख्याल रखा जाये जिसमें डा0 गितिका गंगोला जो पुर्ण रूप से प्रशिक्षित है सबको विस्तार पूर्वक जानकारी दी,
साथ ही आशा फाउंडेशन के द्वारा बुजुर्ग महिलाओ को सम्मानित भी किया गया।इस मौके पर नीलू एलहन्स,मुन्नी तिवारी,ईशा साह,रेखा शाहू मिनाक्षी कीर्ति , हेमंत बिष्ट, ब्लाक प्रमुख हरीश बिष्ट, ग्राम प्रधान दिपक , पूर्व प्रधान महेश व महिला -प्रधान के साथ समस्त’ आशा कार्यकर्त्ता आगनबाड़ी कार्यकती, डा पल्लवी किशर,निश्चल सम्भव, वेदाश भा मौजुद थे।