नैनीताल
कान्हामय हुई सरोवर नगरी, भागवत कथा का पांचवा दिन।
नैनीताल।नव साँस्कृतिक सत्संग समिति द्वारा शेर का डांडा, नैनीताल में आयोजित श्री मद भागवत में व्यास जी द्वारा विश्व शांति हेतु दिए संदेशों को रेखांकित करते हुए स्नेह पूर्ण व्यवहार पर कथा वाचन करते हुए कहा कि मनुष्य ही नहीं बल्कि पशु भी स्नेह की भाषा समझते हैं। जीवन में स्नेह सिंचित व्यवहार आत्मोन्नति के लिए जरूरी है। भागवत के दौरान विभिन्न आध्यात्मिक कथाओं के माध्यम से व्यक्तित्व के परिष्कार की बात कही गई।
भागवत के पंचम दिवस पर सत्रह यजमान रहे, जिनमें खुशहाल सिंह रावत, लक्ष्मण सिंह बिष्ट, कैलाश जोशी, मोहन जोशी, विपिन पंत, दीपक जोशी, विनोद सनवाल, दिनेश पांडे, कमल बिष्ट, कंचन चंदोला, गोपाल बोरा, हिमांशु भट्ट, दीपक पांडे, चंद्र शेखर जोशी, राजेश जोशी, ललित मोहन पांडे, इंद्र सिंह रावत ने के रूप में पूजन अर्चन में योगदान दिया।
आयोजन में मनोज पांडे, बिशन सिंह मेहता, केदार सिंह, घनानंद भट्ट, उमेश सनवाल, ध्यान सिंह, राजेश पांडे, प्रकाश पांडे, डाo हिमांशु पांडे, हरीश जोशी, नीरज डालाकोटी, दिव्यांशु रावत, रोहित, राहुल, गौरव, विक्की आदि के योगदान सहित विभिन्न गणमान्य जनों की उपस्थिति प्रेरणादायी रही।