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*नैनीताल व कैंची धाम में पर्यटन को बचाने के लिए होटलों में बुकिंग के नाम पर ऑनलाइन ठगी पर अंकुश लगाना जरूरी, ठगो का हो भंडाफोड़* -*अखिलेश सेमवाल* *प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल उत्तराखंड*
नैनीताल व कैंची के होटलों में बुकिंग के नाम पर ऑनलाइन फ्रॉड के मामले बढ़े
उत्तराखंड के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अखिलेश सेमवाल ने पुलिस अधिकारियों से साइबर ठगी पर रोक और गिरोह का पर्दाफाश करने की करी मांग
नैनीताल। सारी दुनिया में अपनी खूबसूरती के लिए विख्यात पर्यटक स्थल नैनीताल और आस्था का केंद्र कैंची धाम लंबे समय से साइबर ठगों के निशाने पर है। गर्मियों की छुट्टियों में जहां एक ओर हजारों की संख्या में सैलानी यहां की वादियों का आनंद लेने पहुंच रहे हैं, वहीं दूसरी ओर होटल बुकिंग में बढ़ते ऑनलाइन फ्रॉड के मामलों ने होटल कारोबारियों की चिंता बढ़ा दी है। आलम ये है कि रोजाना मगर के प्रमुख होटलों में बुकिंग के नाम पर ऑनलाइन फ्रॉड के कई मामले सामने आ रहे हैं। इन मामलों में यह स्पष्ट हुआ है कि साइबर अपराधी नैनीताल के प्रमुख होटलों की फर्जी वेबसाइटें बनाकर लोगों को ठग रहे हैं। ये वेबसाइटें इतनी असली लगती हैं कि कोई भी व्यक्ति आसानी से धोखा खा जाए। इनमें होटल की असली तस्वीरें, लोकेशन, रूम डिटेल्स और सुविधाओं की जानकारी हूबहू दी जाती है। यहां तक कि नकली वेबसाइट पर फर्जी फोन नंबर और पेमेंट गेटवे भी जोड़े जाते हैं। साइबर ठगी के मामले में
प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के उत्तराखंड के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अखिलेश सेमवाल का कहना है कि जिस तरह चार धाम के नाम पर ऑनलाइन फ्रॉड की घटनाएं सामने आ रही हैं ठीक उसी तरह से नैनीताल और कैंची धाम में होटल बुकिंग के नाम पर हर दिन लाखों रुपये की ऑनलाइन फ्रॉड की घटनाएं सामने आ रहीं हैं। साइबर ठग नैनीताल के होटलों की हुबहू वेबसाइट बनाकर लोगों से बुकिंग के नाम पर ठगी कर रहे हैं। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से ठगी के मामले को रोकने और गिरोह का पर्दाफाश करने की मांग की है।







