उत्तराखंड
घरेलू हिंसा व महिला सुरक्षा पर राष्ट्रीय सेमिनार 8 मार्च को नैनीताल में।
नैनीताल। डी एस बी परिसर, कुमाऊं विश्ववि्यालय, के गृह विज्ञान विभाग के द्वारा 8 मार्च को आयोजित होने वाली संगोष्ठी के विषय में चर्चा कर रूपरेखा तय की गयी जिसका शीर्षक “महिलाओं को अपमानजनक सबंधों की पहचान एवं घरेलू हिंसा से संबंधी अधिकारों एवं अधिनियमों हेतु जागरूकता कार्यक्रम”
घरेलू हिंसा किसी साथी के साथ किया गया अपमानजनक दुर्व्यवहार होता है जो कई रूप ले सकता है। अक्सर घरेलू हिंसा की शिकार महिलाएं होती है। घरेलू हिंसा महिलाओं की सुरक्षा को उनके अपने है घर में चुनौती देता है। घरेलू हिंसा जैसी कुरीति हमारी सामाजिक संरचना के भीतर गहरी जड़ें जमा चुकी है। यह एक सर्वव्यापी समस्या है। विभिन्न शोध ये दर्शाते है कि विश्व स्तर पर घरेलू हिंसा के मामलों में बढ़ोत्तरी हुई है।
अतः इस मुद्दे की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए इस संगोष्ठी का उद्देश्य महिलाओं के खिलाफ लगातार बढ़ती हुई घरेलू हिंसा पर विस्तृत चर्चा करना एवं इस शोषण के खिलाफ महिलाओं को सुरक्षा हेतु उपलब्ध प्रावधान एवं कानूनों के बारे में महिलाओं में जागरूकता उत्पन्न करना है।
यह सेमिनार 15-60 वर्ष की ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र की महिलाओं हेतु आयोजित किया जा रहा है। सेमिनार में 200 से अधिक महिलाएं प्रतिभाग करेंगी।
सेमिनार के संरक्षक कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.एन के जोशी रहेंगे तथा सेमिनार निदेशक प्रो. लता पांडे एवं संयोजक डॉ छवि आर्य रहेंगी। आयोजन समिति के अन्य सदस्यों में गुंजन तिवारी, बबिता , दिव्या तथा कृतिका उपस्थित रहे।