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*नैनीताल की दीपाली थापा ने एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप में जीता गोल्ड मेडल*

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नैनीताल। धाबी में 29 अगस्त से 10 सितंबर तक आयोजित एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप में नैनीताल की युवा मुक्केबाज दीपाली थापा ने 24 वर्ष से कम उम्र की 33 किलोभार वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर सबको गर्वित किया।

कोरोना काल के दौरान दीपाली ने श्री मुखर्जी निर्माण गुरुजी के मार्गदर्शन में नैनीताल की एन.सी.एस. बॉक्सिंग अकादमी में बॉक्सिंग प्रशिक्षण शुरू किया। गुरुजी वी अजय कुमार के तहत बॉक्सिंग की बारीकियों को समझते हुए, दीपाली ने अपने पहले ही बॉक्सिंग ट्रायल में उत्तराखंड राज्य से चयनित होकर नोएडा में आयोजित राष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल हासिल किया। इसके बाद, दीपाली को इंडिया कैंप में चयनित किया गया और आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट पुणे में भी उनका चयन हुआ।

अबू धाबी में एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने के बाद, दीपाली थापा ने एक नई ऊंचाई छू ली है। इस सफलता से उनके गुरुजी मुखर्जी निर्माण कोच अजय कुमार, अमित बिष्ट, चयनिका साह और अकादमी के सभी बॉक्सर्स बेहद खुश हैं। वे आशा करते हैं कि दीपाली की तरह अन्य युवा भी नैनीताल और देश का नाम रोशन करेंगे।

नैनीताल शहर से यह पहला मुक्केबाज है जिसने अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी में स्वर्ण पदक जीता है। राज्य मुक्केबाजी सचिव गोपाल खोलिया, नवीन टम्टा, ललित प्रसाद और अन्य सभी ने दीपाली की इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की और उन्हें ओलंपिक खेलों में सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं।

दीपाली के पिता वन विभाग में सेवा करते हैं, जबकि उनकी माता गृहिणी हैं। बॉक्सिंग में दीपाली की सफलता को देखते हुए उनके पिता ने भी बॉक्सिंग सीखी और बेटी की मेहनत और संघर्ष को समर्थन प्रदान किया। गुरुजी का सपना है कि दीपाली एक दिन ओलंपिक में भी गोल्ड मेडल जीतें।

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