नैनीताल। 26 जुलाई, 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुई लड़ाई में भारत के वीर सपूतों ने पाकिस्तान को उसकी सही जगह दिखाई, तब से प्रत्येक वर्ष 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाते आ रहे हैं। इस युद्ध में भारत के 527 वीरों ने अपनी शहादत देकर भारत का विजय परचम लहराया था, इनमें से 147 उत्तर प्रदेश के वीर शहीद थे, जिनमें से उत्तराखण्ड राज्य अलग होने के पश्चात 75 वीर सैनिक उत्तराखण्ड के हैं।
इन वीर शहीदों के सम्मान में इस वर्ष कारगिल युद्ध के 25 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर कारगिल दिवस को रजत जयंती कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। कारगिल विजय दिवस को उत्तराखंड ही नहीं वरन संपूर्ण देश में मनाया जाता है।
कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष में केंद्रीय संचार ब्यूरो, नैनीताल द्वारा अनुपम होटल, नैनीताल में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न पत्रकार बंधु भी शामिल हुए। यहां कारगिल दिवस 26 जुलाई के अवसर पर किए जाने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा निर्धारित की गई। उन्होंने बताया 26 जुलाई को नैनीताल में प्रातः काल 10:00 बजे से रैली निकाली जाएगी और नैनीताल शहर के 06 स्कूलों में विभिन्न कार्यक्रमों/प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। 27 जुलाई को इस कार्यक्रम का समापन होगा, जिसमें कारगिल युद्ध में शहीद हुए, वीरों की अद्भुत वीरता के लिए उनके परिजनों को सम्मानित किया जाएगा।
इस अवसर पर केंद्रीय संचार ब्यूरो नैनीताल के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी नीरज कुमार भट्ट, प्रधानाचार्य सीआरएसटी मनोज कुमार पांडे, कार्यक्रम संयोजक गोपेश बिष्ट, आनंद सिंह और श्रद्धा गुरुरानी तिवारी उपस्थित रहे।