उत्तराखंड
*यहां हटेगा अवैध अतिक्रमण, डीएम ने अफसरों को दिए दिशा-निर्देश*
उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर जिले में अवैध अतिक्रमण ध्वस्त किया जाएगा। इसके लिए जिलाधिकारी उदयराज सिंह ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
जिलाधिकारी ने मंगलवार को कल्याणी नदी का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि वर्षाकाल में नदी का बहाव तेज हो जाता है और जल भराव होता है। इसलिए अटरियां पुलिया से नदी के डाउनस्टीम आवास विकास वृहस्पति मंदिर व खेड़ा पुलिया तक वर्षाकाल में नदी के बहाव व फैलाव को अवरूद्ध करने वाले अतिक्रमण को चिन्हित करते हुये हटाने के निर्देश सिंचाई विभाग व नगर निगम को दिये।
उन्होंने कहा कि इस हेतु 26 जून बुधवार को कल्याणी नदी में अतिक्रमणकारियों के साथ बैठक कर उन्हे अतिक्रमण हटाने हेतु तीन दिन का समय देते हुये नोटिस दे उसके बाद जेसीबी लगाकर अतिक्रमण को हटाने के निर्देश दिये। कार्य में सिथिलता बरतने पर वेतन रोकने की चेतावनी भी दी। जिलाधिकारी ने कल्याणी नदी का सिडकुल क्षेत्र से होते हुये जगतपुरा के अटरिया पुल, आवास विकास पुलिस चौकी होते हुये किच्छा वाईपास रोड खेड़ा पुलिया तक निरीक्षण किया।
कल्याणी नदी सिडकुल क्षेत्र निरीक्षण के दौरान उन्होंने नदी की सफाई सिडकुल के माध्यम से कराने तथा पानी की जांच कराने के निर्देश दिये साथ ही कहा कि जिन-जिन औद्योगिक इकाईयों का अनट्रिटेड पानी (बिना ट्रीटमेंट किये) पानी कल्याणी नदी में छोड़ा जा रहा है उन्हे नोटिस जारी करने के निर्देश नगर निगम, सिचाई विभाग व प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों को दिये।
इसके उपरांत उन्होने जगतपुरा अटरियां पुलिया, आवास विकास पुलिस चौकी, किच्छा रोड वाईपास खेड़ा पुलिया के पास नदी का निरीक्षण करते हुये नदी में बने अतिक्रमण को चिन्हित करते हुये तीन दिन का नोटिस जारी करते हुये अतिक्रमण हटाने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। उन्होने निर्देश दिये कि नदी में अतिक्रमण हटाते हुये सम्बन्धितों को प्रधानमंत्री आवास हेतु आवेदन करवाये। उन्होंने कल्याणी नदी की नियमित सफाई कराने के निर्देश नगर निगम व सिचाई विभाग को दिये ताकि वर्षाकाल में नदी का बहाव बना रहे व जल भराव न हो सके।
इसके उपरांत जिलाधिकारी ने ट्रांचिगं ग्रांउड में लिगेसीवेस्ट ट्रिटमेंट का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होने कार्यदायी संस्था को लिगेसीवेस्ट ट्रिटमेंट में गति लाने के निर्देश दिये साथ ही कहा कि लिगेसीवेस्ट को सड़क से 10 फिट दूर तक सफाई करते हुये हटाया जाये, ताकि यातायात सुचारू रूप से बना रहे व धरातल पर सफाई भी दिखे।निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी मनीष बिष्ट, उप नगर आयुक्त शिप्रा जोशी, सहायक नगर आयुक्त राजू नबियाल, अधिशासी अभियंता सिचाई पीसी पाण्डे, क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी नरेश गोस्वामी सहित सम्बन्धित अधिकारी मौजूद थे।