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उत्तराखंड

*सचिव के दिशा-निर्देश- टूरिस्ट सीजन में वाहनों की बढ़ती आवाजाही को देखते हुए जल्द तैयार करें गौशालाएं*

नैनीताल। सचिव कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग उत्तराखण्ड दीपक कुमार ने गुरूवार को नैनीताल  क्लब सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक का आयोजन किया।

उन्होंने कहा कि हल्द्वानी समेत आस पास इलाकों में आवारा पशुओं के कारण सड़क दुर्घटना और जाम की स्थिति बन रही है। इस कारण लोगों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ रहा। आगामी टूरिस्ट सीजन में वाहनों की बढ़ती आवाजाही देखते हुए  उन्होंने नगर निगम और संबंधित विभाग के अधिकारियों को अतिशीघ्र निर्माणाधीन गौशालाओं को तैयार करने के निर्देश दिए।सचिव ने सिंचाई विभाग, नगर निगम , लोनिवि के अधिकारियों को  मानसून से पहले नालियों के साफ सफाई, झाड़ी कटान के निर्देश दिए।

उन्होंने पुलिस प्रशासन से  एक से तीन साल  या उससे अधिक लंबित मामलों की जानकारी और उन पर की गई कार्यवाही की विस्तृत समीक्षा की ,भय मुक्त समाज,साइबर अपराध को रोकने के लिए अधिकारियों, आम जनमानस एवम छात्रों को जागरूक करने हेतु स्कूलों-कालेजों, एवम सार्वजनिक स्थानों  में नुक्कड नाटक एवम अधिकारियों एवम आम जनता के साथ बैठकों  के माध्यम से  जागरुकता अभियान चलाने को कहा। जिससे की साइबर अपराध, साइबर ठगी को रोका जा सके।  साथ ही उन्होंने सीजन में जाम से समस्या को दूर करने के लिए ठोस प्लान बनाने के निर्देश दिए।

स्वास्थ्य विभाग को  आयुष्मान कार्ड बनाने की बात कही। जिस पर प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि अब तक कुल 7 लाख 50 हजार में से 5 लाख तीन हजारों लोगों  के आयुष्मान कार्ड बनाएं गए हैं। सचिव दीपक कुमार ने कहा कि आयुष्मान कार्ड या आधार कार्ड बनाने के लिए यदि आवश्यकता हो तो हर दो सप्ताह में दूरस्थ क्षेत्रों  में शिविर लगाने आवश्यक है, जिससे की लोगों की समस्या का आसानी से समाधान हो सके।

सचिव दीपक कुमार ने जल जीवन मिशन,सड़क, विद्युत आदि लंबित कार्यों को मानसून से पहले पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने पर्यटन विभाग के अधिकारियों को होम स्टे और  मुक्तेश्वर, रामगढ़, रामनगर, भीमताल आदि इलाकों में डेस्टिनेशन वेडिंग प्वाइंट चिन्हित करने के निर्देश दिए। जिससे पर्यटन को बढ़ावा के साथ  स्थानीय लोगों को बेहतर रोजगार मिल सके। उन्होंने वन पंचायतों में आग से बचाव के लिए स्थानीय जनता से समन्वय स्थापित करते हुए ठोस योजनाएं बनाने की बात कही। उन्होंने सभी विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी विभाग के अधिकारी  सचिवालय या निदेशालय में प्रेषित अपने विभाग के प्रकरणों  की  कार्य प्रगति को देखें और यदि कहीं समस्या आ रही हो तो जिलाधिकारी के माध्यम से भी शासन में पत्राचार करें । जिससे की जिलों के कार्यों की योजनाएं तेजी से से आगे बड़ सके।

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