उत्तराखंड
धमाका यूक्रेन में होता है, धड़कन नैनीताल में बढ़ जाती हैं माता पिता की
नैनीताल। यूक्रेन- रूस युद्ध भले ही सात समंदर पार चल रहा हो पर उसकी लहरों से दुनिया कोई भी किनारा अछूता नही रह गया है । यूक्रेन में भारत के सैकड़ों विद्यार्थियों के साथ उत्तराखंड नैनीताल के 4 एमबीबीएस के छात्र भी फंसे है । भारत सरकार से छात्रों ने सुरक्षित अपने वतन जाने की गुहार लगायी है।
यूक्रेन में नैनीताल से एमबीबीएस की पढ़ाई करने गए चार छात्र भी फंसे हुए है , उनके परिजनों को अपने बच्चों की बहुत फिक्र है ,परिजनों को लगातार यही भय बना की की अगले पल क्या हो जाये है, लगातार फोन व वीडियो कॉल पर बच्चों की वर्तमान स्थितियों की जानकारी ली जा रही हैं।हर धमाके के साथ दिल की धड़कन बढ़ जाती हैं ,मातापिता , परिजनों द्वारा लगातार भारत सरकार से बच्चो को सुरक्षित भारत लाने की गुहार लगायी जा रही हैं।
मल्लीताल बाजार के प्रेम सिंह बिष्ट की बेटी प्रेरणा बिष्ट यूक्रेन में एमबीबीएस की विद्यार्थी है। प्रेम बिष्ट ने बताया कि अभी तो लगातार वीडियो कॉल व फोन के माध्यम से बेटी से बात हो पा रहीं है। लेकिन चिंता इस बात की है कि कहीं इंटरनेट सेवायें ठप्प न हो जाएं।
होटल कर्मी प्रह्लाद रावत के पुत्र राहुल रावत भी यूक्रेन में एमबीबीएस फाइनल के छात्र है। साथ ही एक अस्पताल में सर्जन के रूप में कार्यरत है । प्रह्लाद रावत ने राहुल को फोन किया तो उन्होंने बताया कि वहां की स्थिति बेहद गम्भीर है। जिससे बेटे की चिंता बढ़ती जा रही है।
नैनीताल के पूर्व विधायक नारायण सिंह जंतवाल की बेटी उर्वशी जंतवाल भी यूक्रेन से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहीं है । जंतवाल ने कहा कि बेटी बात हुई है लेकिन डर सता रहा है कब क्या हो जाए फिर भी बेटी को धैर्य रखने को कहा है। और सरकार से मदद की अपील करी है।
वहीं यूक्रेन के खारकी में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहीं आयुषी जोशी के पिता विवेक जोशी ने कहा कि यूक्रेन के हालात देख हर पल बेटी चिंता सता रहीं हैं। बेटी ने फोन पर बताया कि सात सौ लोग एक बंकर में छिपे हुए है। और वह ब्रेड व मैगी से पेट भर रहें है। कहा कि भारत सरकार से गुजारिश है कि सभी फंसे हुए लोगों को जल्द बाहर निकालें।