उत्तराखंड
अल्मोड़ा की कनिष्का भंडारी ने स्वर्ण पदक जीतकर अल्मोड़ा का नाम किया रोशन
महिलाएं आज पुरुषों से कम नहीं हैं। हर क्षेत्र में पुरुषों से आगे निकल रही हैं। कभी महिलाओं को निर्णय लेने का अधिकार भी नहीं था और उन्हें निर्णय लेने के लिए पुरुष की अनुमति लेनी पड़ती थी। लेकिन अब महिलाएं अपनी सफलता का डंका बजा रही है। महिलाओं ने विभिन्न क्षेत्रों में अपने सराहनीय योगदान से सबित किया है कि वे आज किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं है। उत्तराखंड अल्मोड़ा की कनिष्का भंडारी ने कुमाऊं विश्वविद्यालय अंतर महाविद्यालय ताइक्वांडो प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर अल्मोड़ा का नाम रोशन किया।
अल्मोड़ा की कनिष्का भंडारी ने कुमाऊं विश्वविद्यालय अंतर महाविद्यालय ताइक्वांडो प्रतियोगिता की महिला वर्ग का खिताब जीत लिया है। यह प्रतियोगिता रूद्रपुर में आयोजित की गयी थी। गौरतलब है कि कनिष्का भंडारी इससे पूर्व कई राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में खिताब जीत चुकी है। कनिष्का भंडारी को राज्य सरकार ने महिलाओं को दिए जाने वाले तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया था। कनिष्का भंडारी प्रशिक्षक कमल कुमार बिष्ट के सानिध्य में विगत लगभग 10 वर्षों से ताइक्वांडो के गुर सीख रही है और लगातार सफलताएं अर्जित कर रही है।