उत्तराखंड
*अल्पसंख्यक आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने की बनभूलपुरा के लोगों से मुलाकात, अमन-शांति कायम रखने की अपील*
हल्द्वानी। अल्पसंख्यक आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा ने बनभूलपुरा क्षेत्र के लोगों से मुलाकात की। कहा कि हल्द्वानी गंगा-जमुना तहजीब का इलाका है। इस इलाके में अमन और शान्ति कायम करने में क्षेत्रीय आवाम से अपील की।
अल्पसंख्यक आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सर्किट हाउस काठगोदाम में बनभूलपुरा क्षेत्र के धर्मगुरूओं, जनप्रतिनिधियों और आमजनता से सुझाव लिये। कहा कि इस क्षेत्र में अमन बहाल रहे, आपसी भाईचारा हो, सुख से रहें और सुरक्षित रहें। अल्पसंख्यक आयोग ने सभी के साथ विचार विमर्श किया और सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रशासन व पुलिस द्वारा सभी का सहयोग किया जा रहा है और किया जायेगा। बैठक में स्थानीय लोगों ने घटना की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की साथ ही जो लोग इस घटना के अपराधी हैं, उन्हें सजा अवश्य दिलाई जाए।
लोगों ने कहा कि यह साम्प्रदायिक घटना नहीं है, जो लोग इस कुकृत्य में शामिल हैं, उन्हें सजा अवश्य मिले। कुछ लोगों ने कहा कि असामाजिक तत्वों का विरोध होना चाहिए। जिन्होंने हल्द्वानी शहर की फ़िजा को नापाक किया है, उन असामाजिक तत्वों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्यवाही की जाए। लोगों ने सुझाव दिया कि किसी भी निर्दोष को प्रताड़ित न किया जाए। कुछ लोगों ने क्षेत्र में प्रशासन द्वारा चलाए गए राहत अभियान की भी सराहना की। राष्ट्रीय अध्यक्ष लालपुरा ने कहा कि इस प्रकार की दुर्घटना की पुनर्रावृत्ति न हो, इसके लिए संगठनों, बुद्विजीवी लोगों से संवाद कर आवाम के लिए सौहार्दपूर्ण माहौल बनाना होगा और शहर की शान्ति को उसी पटरी पर लाना होगा।
उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा सभी की बातों का संज्ञान लेकर शीघ्र ही कार्यवाही पर अमल किया जायेगा। देश मे सबका साथ सबका विकास किया जा रहा है, इसलिए कोई अल्पसंख्यक यह न समझे कि उनका विकास नहीं हो रहा है। इसके लिए केन्द्र सरकार द्वारा अल्पसंख्यकों के हितों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनायें चलाई जा रही हैं। बैठक में जिलाधिकारी वंदना, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पीएन मीणा, सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, एपी बाजपेयी, एएसपी हरबंश सिंह, उपजिलाधिकारी पारितोष वर्मा के साथ ही महबूब अली, इसरार, कैलाश जोशी, फिरदोरा, इस्लाम हुसैन, बासित खान, राजा कमाल, जहीर अंसारी, रउफ, मोहम्मद अंसारी के साथ ही धर्मगुरू एवं जनप्रतिनिधि एवं जनता ने उपस्थित होकर अपने विचार रखे।