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उत्तराखंड

*”स्पर्श गंगा” दिवस पर स्वच्छता एवं कूड़ा निस्तारण के माध्यम से चलाया विशिष्ट जन जागरूकता अभियान*

नैनीताल। कुमाऊं  विश्वविद्यालय नैनीताल की स्थापना के स्वर्ण जयंती वर्ष में स्थापित एकीकृत बीएड विभाग /शिक्षा संकाय के संकायाध्यक्ष प्रोफेसर अतुल जोशी के मार्गदर्शन में प्राध्यापकों एवं छात्र-छात्राओं द्वारा नैनीताल झील एवं नंदा देवी परिसर के बाह्य प्रांगण में  “स्पर्श गंगा दिवस के अवसर पर व्यापक स्तर पर स्वच्छता कार्यक्रम को अपने श्रम से चरितार्थ किया गया।

कार्यक्रम के आरंभ में एकीकृत बीएड विभाग के सभागार में उपस्थित प्राध्यापकों एवं छात्र-छात्राओं द्वारा 17 दिसम्बर को स्पर्श गंगा दिवस के बौद्धिक सत्र का आयोजन किया गया तथा छात्र-छात्राओं द्वारा सक्रिय रूप से स्वयं की भागीदारी सुनिश्चित की गई। कार्यक्रम की प्रस्तावना में बौद्धिक सत्र संचालक सहायक प्राध्यापक शिक्षा शास्त्र विभाग श्री तेज प्रकाश जोशी ने सर्वप्रथम ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी वीणा पाणि एवं देव वंदिता मां गंगा को नमन करते हुए सभागार में उपस्थित सम्मानित प्राध्यापक वर्ग, विशिष्ट जनों, छात्र-छात्राओं, एवं कर्मचारी गणों का अभिवादन करते हुए सभी को स्पर्श गंगा दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी और अभियान के उद्देश्य वाक्य को समझाया। उन्होंने कहा कि जब तक हम प्राकृतिक जल स्रोतों को संरक्षित  नहीं करेंगे तब तक गंगा संरक्षित नहीं हो सकती।

इस अवसर पर उन्होंने अवगत कराया कि गंगा केवल नदी मात्र नहीं है, अपितु संस्कार है ,वह नदी झरने तालाब आदि समस्त जल स्रोतों का प्रतिनिधित्व करती है । आदम युग के आरंभ से ही जब से मनुष्य ने धरती पर पहला कदम रखा होगा तब से जल तत्व की प्रतिनिधि रुप गंगा यत्र -तत्र सर्वत्र स्थित जल स्रोतों ने मानव सहित सभी जीव जन्तुओं की पिपासा को शांत किया है । इसलिए वह जगत की प्राण शक्ति है, हम सभी का कर्तव्य है कि भूमि जल वायु तत्वों को हम सदा तेजोमय बनाए रखें, उनका संरक्षण एवं संवर्धन करें । इस श्रृंखला को गतिमान रखते हुए बीएड विभाग की छात्रा चिरांगी, कंचन, और तमन्ना रौतेला ने गंगा के आध्यात्मिक एवं भौतिक महत्व को बताते हुए विभिन्न संदर्भों के माध्यम से गंगा सहित सभी जल राशियों को स्वच्छ कर धरा को कूड़ा मुक्त करना मानव का प्रथम कर्तव्य बताया गया तथा पोस्टरों की सहायता से जल प्रदूषण के भयावह परिणामों से सर्वजन को अवगत कराया गया।

सभागार में उपस्थित शिक्षा शास्त्र विभाग की प्राध्यापिका डॉ सरोज शर्मा तथा  अशोक उप्रेती ने  अपने वक्तव्य में गंगा के महत्व को दृष्टिगत रखते हुए भावी जल संकट की समस्या पर चिंता जताते  उसके समाधान के लिए उपाय  भी बताए तथा गंगा स्वच्छता के माध्यम से आसपास की नदी नलकूप तालाब व झीलों के पानी को अमृतमय जल के रूप में उनके संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता जाहिर की गई । कार्यक्रम की पहल विभाग के परिसर से ही आरंभ की गई सभी छात्र-छात्राओं ने अपने क्लासरूम की साफ सफाई करते हुए विभाग के परिसर को कूड़ा मुक्त किया गया इसके उपरांत सभी छात्र-छात्राओं ने हरमिटेज परिसर से नैनीताल शहर के मुख्य मार्ग से होते हुए स्पर्श गंगा स्वच्छ गंगा मिशन को ध्यान में रखते हुए गंगा के संरक्षण एवं स्वच्छता के प्रति रैली के माध्यम से जन जागरूकता का प्रसार किया गया ।

नंदा देवी नैनीताल के बाह्य परिसर तथा वहां  स्थित झील के आसपास सफाई कार्यक्रम किया गया छात्र-छात्राओं द्वारा कूड़ा निस्तारण के लिए उचित प्रबंध करते हुए नगर पालिका द्वारा स्थापित कूड़ेदान में कूड़े का निस्तारण किया गया इस गतिविधि के चलते पर्यटकों द्वारा इस छात्र-छात्राओं द्वारा प्रदत्त प्रेरणा से अभिभूत होकर कार्यक्रम में अपनी सक्रिय सहभागिता दी गई । इस अवधि में रैली का संचालन कर रहे सहायक प्राध्यापक तेज प्रकाश जोशी,  डॉ.सरोज शर्मा एवं विनीता विश्वकर्मा द्वारा छात्र-छात्राओं को सफाई कार्यक्रम और वृक्षारोपण के प्रति प्रोत्साहित किया गया उनका मार्गदर्शन किया गया। कार्यक्रम के दौरान डॉ. सरोज शर्मा, तेज प्रकाश जोशी, विनीता विश्वकर्मा, अशोक उप्रेती, लक्ष्मण सिंह, वर्षा पंत एवं शिखा रतूड़ी उपस्थित रहे। उन्होंने छात्र-छात्राओं समेत  उपस्थित जनों का आभार व्यक्त किया और उन्हें स्पर्श गंगा दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी गई तथा भविष्य में इस कार्यक्रम को और अधिक प्रभावी  बनाए जाने के प्रति अपने विचार व्यक्त किये।

 

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