उत्तराखंड
*मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने की स्वामी चिदानन्द सरस्वती से मुलाकात, लिया आर्शीवाद*
ऋषिकेश। मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शिवराज सिंह चौहान और उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह परमार्थ निकेतन पहुंचे। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती से भेंट कर आशीर्वाद लिया तथा वेदमंत्रों और शंख ध्वनि के साथ माँ गंगा का पूजन और अभिषेक किया। साथ ही विभिन्न समसामयिक विषयों पर चर्चा की।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शिवराज सिंह चौहान को नटराज अवार्ड से सम्मानित किया। स्वामी जी ने कहा कि भारत के ऊर्जावान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और आपके नेतृत्व में ओंकारेश्वर, मान्धाता पर्वत में एकात्मता की मूर्ति का अनावरण तथा अद्वैत लोक का भूमि पूजन एवं शिलापूजन आदि जो कार्य हुये वे वास्तव में अद्भुत है। आपके नेतृत्व में संस्कृति के ये कार्य निरंतर आगे बढ़ते रहें तथा राष्ट्र प्रथम और राष्ट्रीयता की भावना को प्रसारित करने वाले संदेश सर्वत्र प्रसारित हो। समाज में समानता, सद्भाव व समरसता का संदेश आदि गुरू शंकराचार्य जी ने दिया और उस परम्परा को मोदी जी आगे बढ़ा रहे हैं यह संदेश इसी तरह बढ़ता रहे, यह बहुत जरूरी है। अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर विशेष चर्चा करते हुये स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं वर्तमान सरकार को धन्यवाद देते हुये कहा कि वल्र्ड इकनॉमिक फोरम की ग्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट 2023 में भारत 146 देशों में 127 वें स्थान पर है। वर्ष 2022 में भारत के 146 देशों में 135वें पायदान पर रखा गया था। ग्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट 2023 में भारत का प्रर्दशन बेहतर रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में 146 देशों में भारत ने 26वां स्थान हासिल किया है, जो वास्तव में गर्व का विषय है। शिक्षा के क्षेत्र में सभी स्तर पर लैंगिक समानता हासिल करते हुए भारत का स्कोर 1 है। यह वास्तव में शिक्षा प्रणाली में एक सकारात्मक बदलाव है।
रिपोर्ट यह बताती है कि महिलाएं आगे बढ़ने के लिए लगातार शिक्षा की ओर बढ़ रही है, यह वास्तव में इन्डिया राइजिंग का उत्कृष्ट उदाहरण है परन्तु नारियों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि वर्तमान समय में भारतीय समाज में नारियों की स्थिति में वास्तव में परिवर्तन देखने को मिला है। आजादी के इन 75 सालों में हमारी बेटियाँ चाँद पर पहुँच गई हैं, फाइटर प्लेन उड़ा रही हैं, ओलंपिक में पदक जीत रही हैं, बड़ी-बड़ी कंपनियाँ चला रही हैं, राष्ट्रपति बनकर देश की बागडोर संभाल रही हैं जो हम सभी के लिये गर्व का विषय है। हम व्यावहारिक तौर पर देखें तो कहीं कहीं आज भी नारियों के विकास को बाधित करने वाली कुछ बेड़ियाँ और कुछ सामाजिक बंधन है जिन्हें समाज की सोच में परिवर्तन कर ही बदला जा सकता है।
स्वामी जी ने कहा कि हम 21 वीं सदी में जी रहे हैं ऐसे में बेटियों को भी बेटों की तरह स्वतंत्र अस्तित्व देना होगा ताकि वे शैक्षिक, सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक व आर्थिक प्रत्येक स्तर पर आगे बढ़ सके। इससे हमारा भारत तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर हो सकता है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज परमार्थ निकेतन गंगा जी के तट पर बैठकर ध्यान साधना की और स्वामी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया। संतों का आशीर्वाद हमें सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा प्रदान करता है। मैंं महाराज से आशीर्वाद लेने के लिये परमार्थ निकेतन हमेशा आता हूँ। उन्होंने कहा किमोदी जी के नेतृत्व में राष्ट्र का कल्याण हो रहा हैं। वर्तमान समय में गौरवशाली भारत निर्माण का महायज्ञ चल रहा है उस महायज्ञ में हम कैसे अपना अधिकतम योगदान दे सकते हैं बस यही भाव हमारे भीतर होना चाहिये। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहानको परमार्थ निकेतन का सद्साहित्य और रूद्राक्ष का दिव्य पौधा भेंट किया।