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नैनीताल भुसखलन प्रभावित क्षेत्र में प्रशासन द्वारा राहत बचाव कार्यों में तेज़ी,क्षेत्रवासियों की सुरक्षा को देखते हुए करीब 24 घर चिन्हित
नैनीताल जिला मुख्यालय नैनीताल के चार्टन लॉज क्षेत्र
में भूस्खलन का खतरा अब तेजी से बढऩे लगा है। शनिवार को क्षेत्र में हुई
भूस्खलन की घटना के बाद जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने रविवार को
भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का बारिकी से निरीक्षण करते हुए करीब दो दर्जन
से अधिक घरों को खतरे की जद में मानते हुए उनकी चिन्हींकरण की कार्रवाई
करते हुए उनके घरों में लाल निशान लगाए।
दूसरी ओर मामले में उप जिलाधिकारी प्रमोद कुमार ने बताया कि भूस्खलन की
घटना के बाद क्षेत्र तथा क्षेत्रवासियों की सुरक्षा को देखते हुए क्षेत्र
में रह रहे करीब 24 घरों को चिन्हित किया गया है जो भूस्खलन की चपेट में
थे। सभी परिवारों को जल्द से जल्द घर खाली करने के निर्देश दिए गए हैं।
क्षेत्र में अधिकांश स्थानों पर दरारें दिखने लगी हैं जिससे क्षेत्र
वासियों को खतरा हो सकता है जिसे देखते हुए घर खाली करने के निर्देश दिए
गए हैं। इस बीच रविवार को जिला प्रशासन की निरीक्षण टीम में जिला विकास
प्राधिकरण के सचिव पंकज उपाध्याय, एसडीएम प्रमोद कुमार, अधिशासी अभियंता
रत्नेश सक्सेना, पालिका के अधिशासी अधिकारी आलोक उनियाल तथा तहसीलदार तथा
पटवारी समेत अन्य लोग शामिल रहे।
नैनीताल। भूस्खलन प्रभावित परिवारों को चार्टन लॉज क्षेत्र से घर खाली कर
दूसरे स्थान पर विस्थापित किए जाने के निर्देश के बाद रविवार को दिनभर
क्षेत्र में पुलिस बल तैनात रहा ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना ना घटे।
सीओ नितिन लोहानी के मुताबिक जिला प्रशासन द्वारा चिन्हित किए गए घरों से
लोगों को विस्थापित किया जा रहा हैं। लोगों की सुरक्षा को देखते हुए
क्षेत्र में पुलिस और एसडीआरएफ के जवान तैनात किए गए हैं ताकि आवश्यकता
पडऩे के दौरान लोगों की मदद की जा सके।
नैनीताल। भूस्खलन की जद में आए परिवारों में से प्रशासन की ओर से उन्हें
नगर के विभिन्न स्थानों में शिफ्ट कर दिया गया है लेकिन कई परिवार ऐसे भी
हैं जो सीधे अपने मूल गांवों की ओर रवाना हो गए हैं। सभी प्रभावित
परिवारों ने जिला प्रशासन से गुजारिश की है कि वह क्षेत्र में जल्द से
जल्द सुरक्षात्मक कार्यो को अंजाम दें ताकि वह दोबारा वहां पर सुरक्षित
क्षेत्र घोषित होते ही पहुंच सकें। बता दें प्रशासन ने तीन परिवार चंद्र
भवन में कुछ परिवारों को सीआरएसटी स्कूलों में शिफ्ट किया है।
नैनीताल। नगर के संवेदनशील कहे जाने वाले बलियानाला क्षेत्र को कई वर्षो
से भूस्खलन के नजरिए से संवेदनशील है ही लेकिन अब ठंडी सडक़ में श्री मां
पाषाण देवी मंदिर के समीप के साथ ही नगर की सबसे ऊंची चोटी कही जाने वाली
नैनापीक से भी लगातार भूस्खलन हो रहा है। शनिवार को चार्टन लॉज क्षेत्र
भूस्खलन की जद में आ गया। लोगों की समझ में यह नहीं आ रहा है कि वास्तव
में अगर नैनीताल में हर वर्ष नए-नए क्षेत्रों मेें भूस्खलन होता रहेगा तो
एक दिन नैनीताल का क्या अस्तिव रह जाएगा?। फि लहाल इस गंभीर मुद्दे पर
जिला प्रशासन के साथ ही यहां के जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों की भी
जिम्मेदारी बनाती है कि वह इस मामले में केंद्र व राज्य सरकार से वार्ता
कर मामले का त्वरित हल निकालें जिससे नैनीताल का भविष्य आने वाले दिनों
में सुरक्षित रह सके।