उत्तराखंड
*डीएम के निर्देश, पेयजल लाइन डालने के लिए न बेवजह न खोदें सड़क, नहीं तो होगी यह कार्रवाई*
हल्द्वानी। जिलाधिकारी वंदना ने कैम्प कार्यालय, हल्द्वानी में जनपद में जल जीवन मिशन के अन्तर्गत होने वाले कार्यों की समीक्षा की। समीक्षा बैठक लेते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि आमतौर पर प्रतिदिन जनता से शिकायत प्राप्त हो रही है कि क्षेत्र में जल जीवन मिशन का कार्य रहे ठेकेदारों द्वारा सड़क के किनारे पर कच्ची ज़मीन होने के बावजूद सड़कों को बीच से खोदकर पेयजल लाइन बिछाने का कार्य किया जाता है।
साथ ही समय से सड़क को रिस्टोर भी नहीं किया जाता जिससे आमजन को काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने अधीक्षण अभियंता जल निगम व जल संस्थान को सख्त निर्देश दिये कि जहाँ पर कच्ची सड़क उपलब्ध है वहाँ हर हाल में सड़कों के किनारे की कच्ची भूमि को खोदकर ही पेयजल लाइन बिछाई जाए व तत्काल सड़कों को रिस्टोर किया जाए। ठेकेदार द्वारा कच्ची भूमि होने के बाद भी जानबूझकर पक्की सड़क को बीच से खोदा जाता है तो सम्बन्धित ठेकेदार पर पेनल्टी लगाई जाए। इस प्रकार की शिकायत मिलने पर सम्बन्धित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जायगी। जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता जलनिगम एवं जलसंस्थान को प्रोएक्टिव होकर योजनाओं के स्थलीय निरीक्षण करने के साथ ही दिसम्बर , 2024 तक जल जीवन मिशन के सभी कार्यों को गुणवत्तायुक्त पूर्ण करने के निर्देश दिये। कहा कि कार्य की गुणवत्ता को बनाए रखने व बेहतर समन्वय हेतु ईई स्वयं व अपने अधीनस्थ ऐई व जेई के स्थलीय निरीक्षण कर योजनाओं की मोनिटरिंग करें। जल जीवन मिशन का लगभग 50 प्रतिशत स्कीम का कार्य जल संस्थान नैनीताल के पास है।
जेजेएम के कार्यों मे प्रगति लाने के लिए अधीक्षण अभियंता जल संस्थान विशाल सक्सेना को जल संस्थान नैनीताल को अन्य इंजीनियरिंग विभागों से 02 अतिरिक्त जे ई उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन की बैठक लेते हुए जिलाधिकारी ने सबंधित एजेंसियों को निर्देशित किया कि अपने निरीक्षण के दौरान सम्बन्धित ग्राम के जनप्रतिनिधि को भी बुलाया जाए जिससे कार्यों का वास्तविक मूल्यांकन किया जा सके। थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन में मिली कमियों को विभाग द्वारा दूर किये जाने पर ही इंस्पेक्शन का वास्तविक उद्देश्य पूरा होता है। जिलाधिकारी ने कहा कि थर्ड पार्टी की व्यवस्था कार्यो के मूल्यांकन का ट्रांसपेरेंसी मेकनिजम है जिससे पता चलता है कि जनता को योजना का लाभ मिल रहा है या नहीं। उन्होंने एजेंसियों के कार्यों को गम्भीरतापूर्वक लेते हुए करने के निर्देश दिए। बैठक में अधीक्षण अभियंता जल जीवन मिशन विशाल सक्सेना ने बताया कि जनपद में लगभग 934 करोड धनराशि की लागत से कुल 989 योजनाओं पर कार्य होना है। 934 करोड़ में से आज तक 341 करोड़ की वित्तीय प्रगति कर ली गई है। फेज टू की 520 योजनाओं में से 429 कार्य प्रगति पर है व 68 योजनाओं के कार्य पूर्ण हो चुके है।