उत्तराखंड
*15 दिनों से लापता असिस्टेंट प्रोफेसर को पुलिस ने जंगल में मंदिर से किया बरामद*
रामनगर। आखिरकार पुलिस ने पीएनजी महाविद्यालय की लापता असिस्टेंट प्रोफेसर ऋचा पुनेठा को सकुशल बरामद कर ही लिया है। वह बीते पंद्रह दिनों से लापता थी। हालांकि उनके लापता होने के स्पष्ट कारणों का पता अभी तक नहीं चल पाया है। पुलिस मानसिक तनाव को कारण बता रही है।
जानकारी के अनुसार असिस्टेंट प्रोफेसर 46 वर्षीया ऋचा पुनेठा को पुलिस ने गाँव वीरपुर, भगतपुर( मुरादाबाद) से बरामद किया है। ऋचा पुनेठा वहाँ जंगल में स्थित शिव मंदिर में पाई गई। 2 सितंबर को नीलाम्बर पुनेठा निवासी भरतपुरी रामनगर जिला नैनीताल ने अपनी पुत्री ऋचा पुनेठा की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। ऋचा पुनेठा घर से डिग्री कालेज डयुटी हेतु जाने की बात कहकर गई थी। जब वो वापस नहीं लौटी तो कोतवाली पुलिस को परिजनों ने इसकी सूचना दी। काफी खोजबीन के बाद भी जब वह नहीं मिली तो पुलिस ने कोतवाली में 7 सितम्बर को एफ आई आर नं0 407/23 धारा 365 भादवि दर्ज की। पुलिस के मुताबिक लापता ऋचा पुनेठा को खोजने के लिए सब इंस्पेक्टर नीतू सिंह , कांस्टेबल विपिन शर्मा , संजय दोसाद की एक टीम बनाई गयी।
उक्त टीम द्वारा पतारसी सुरागरसी , मोबाइल सर्विलांस , गुमशुदा के खातों की निगरानी , सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन आदि करते हुए गुमशुदा की तलाश हेतु काफी प्रयास किये गये । लापता ऋचा पुनेठा द्वारा काशीपुर क्षेत्र में एटीएम से पैसे निकालने की जानकारी पुलिस टीम को मिली जिसके बाद पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे ग्राम वीरपुर थाना भगतपुर जिला मुरादाबाद स्थित शिव मन्दिर से बरामद कर लिया। असिस्टेंट प्रोफेसर को सकुशल बरामद करने के बाद पुलिस ने उनके पिता नीलाम्बर पुनेठा के सुपुर्द कर दिया है। प्यारे लाल नंदकिशोर गल बलिये राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर ऋचा पुनेठा अचानक क्यों लापता हुई थी? पुलिस द्वारा यह स्पष्ट नहीं बताया गया है। कहा जा रहा है कि ऋचा पुनेठा मानसिक तनाव के चलते चली गई थी।