उत्तराखंड
*यहां बोरे में मिले महिला हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा, आरोपी गिरफ्तार*
हरिद्वार। तीन दिन पहले बोरे में मिले महिला के शव के रहस्य से पुलिस ने पर्दा उठा दिया है। इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। उसने निर्मम तरीके से महिला को मौत के घाट उतारा था। आरोपी ने भिक्षावृत्ति करने वाली महिला को पहले हरिद्वार से बुलाया। फिर लेन-देन का विवाद होने के बाद आरोपी ने ईट से सिर कुचला और गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें कि तीन दिन पहले बोरे में महिला का शव मिलने से पुलिस में हड़कंप मच गया। 48 घंटे के भीतर हरिद्वार पुलिस ने केस सुलझा लिया। इस मामले में बुजुर्ग को न्याय दिलाने के लिए हरिद्वार पुलिस खुद वादी बनी।बुजुर्ग मृतका हर की पैड़ी पर भिक्षावृत्ति करती थी। आरोपी ने विकलांग बैटरी रिक्शा दिलवाने का लालच देकर उसे मंगलौर बुलाया था। रेहड़ा/लेने-देन के पैसे लौटाने से इन्कार पर सिर पर ईंट मारी और अंगोछे से गला घोटकर हत्या कर दी। पकड़े जाने के डर से बुजुर्ग के शव को कट्टे में बंद कर आनन-फानन में आरोपी फरार हुआ था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने इस मामले का खुलासा किया। पोस्टमार्टम की कार्यवाही के साथ-साथ प्रकरण के सम्बन्ध में उच्चाधिकारीगण को सूचित किया गया। यह भी ज्ञात हुआ था कि इस मकान पर बरेली निवासी धारा सिंह अपनी पत्नी के साथ करीब 5 महीने से किराए पर रह रहा था। वह फल सब्जी इत्यादि बेचने का काम करता था। कुछ दिनों से इनके साथ एक बुजुर्ग महिला जो कुछ दिनों से लंढ़ौरा में भीख मांग रही थी।
मृतका की तरफ से कोई परिजन मौजूद नही था और न ही उनके बारे में किसी को कोई जानकारी थी। इसलिए इन परिस्थितियों में हरिद्वार पुलिस ने खुद वादी बनते हुए कोतवाली मंगलौर पर धारा 302 व 201 आईपीसी का मुकदमा दर्ज कराया। बुजुर्ग महिला सम्बन्धित प्रकरण होने के कारण अज्ञात शव की पहचान एवं मामले की वास्तविकता को जल्द सामने लाने के लिए एसएसपी अजय सिंह द्वारा दिए गये निर्देश के आधार पर 04 टीमें गठित कर सभी के लिए अलग-अलग टास्क निर्धारित किये गये। लगातार पड़ताल एवं दिन-रात साक्ष्य संकलन कर रही पुलिस टीमों ने 48 घंटों के भीतर सफलता हासिल करते हुए अभियुक्त धारा सिंह को बदांयू रोड़ बरेली उ0प्र0 से दबोचने में सफलता हासिल की। अभियुक्त की निशांदेही पर टीम ने घटना में प्रयुक्त गंमछा व ईट का टुकडा भी बरामद किया है। पूछताछ में पता चला कि दो साल पूर्व अभियुक्त ने हरकी पैडी पर एक भिखारन को भीख मांगने के लिए एक रेहड़ा किराये पर दिया था, जिसका किराया आपस में प्रतिदिन 80 रुपए तय हुआ था, लेकिन मृतका द्वारा काफी समय से किराया न देने के कारण अभियुक्त रुपयों को लेकर काफी परेशान था और बार-बार मृतका महिला उर्फ अम्मा से पैसों की डिमांड करता था।
अभियुक्त ने अपने बकाया वापस लेने के लिए एक प्लान के तहत मृतका बुजुर्ग अम्मा को लगभग 15 दिन पहले बैटरी वाली विकलांग रिक्शा दिलवाने का लालच देकर लण्ढौरा बुलाया। जहां 28 अगस्त को पैसे वापस मांगने पर दोनों में हुई बहस के दौरान आरोपी ने बुजुर्ग अम्मा के सिर पर ईंट मारकर अंगोछे से गला घोटकर हत्या कर दी और चुपके से शव को बोरे में छुपा दिया। रखे गए शव को ठिकाने लगाने का और कोई रास्ता न मिलने पर अभियुक्त धारा सिंह ने सामान ले जाने के बहाने 30 अगस्त को अपने लडके को लण्ढौरा बुलाया। अगले दिन छोटे हाथी (लोडर) में सामान भरते समय लडके द्वारा लोडर में “शव रखा बोरा” रखने से मना कर दिया। इस पर लोगों को इकट्ठा होता देख अभियुक्त बोरा छोड़ वहां से भाग गया। हत्यारोपी अभियुक्त धारा सिह पुत्र नत्थू लाल निवासी ग्राम मऊचन्दपुर थाना आंवला जिला बरेली का मूल निवासी है। पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक महेश जोशी, वरिष्ठ उपनिरीक्षक प्रमोद कुमार, उपनिरीक्षक पुष्पेन्द्र सिह, उपनिरीक्षक नवीन चौहान हेड कांस्टेबल रियाज अहमद, कांस्टेबल मनीष अरुण चमोली, राजेश देवरानी, रविन्द्र खत्री- सीआईयू रुडकी व नितिन- सीआईयू रुडकी शामिल थे।