उत्तराखंड
बारिश का कहर : नैनीताल में बारिश से भारी तबाही, एक व्यक्ति का शव बरामद, जानिए कहाँ कहाँ हुआ नुकसान
नैनीताल जिला मुख्यालय नैनीताल समेत आस पास के
क्षेत्रों में बीते 24 घटों के भीतर हुई तेज बारिश ने अपना रौद्र रुप
दिखाया। नगर के समीपवर्ती खमारी गधरे से एक व्यक्ति का शव बरामद किया गया
वहीं थापला गांव में दो पनचक्की समेत नगरों को भी भारी नुकसान पहुंचा।
बारिश से रुसी, सौलिया तथा जमीरा गांवों में भी काफी नुकसान हुआ है।
वर्तमान में रुसी गांव में जहां पर सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बन रहा है उसी
के समीप बारिश के बाद से जबदस्त भूस्खलन होने से प्लांट को खतरा बढ़ गया
है वहीं लगातार हो रही बारिश की वजह से जीवनदायिनी नैनी झील का जलस्तर भी
लगातार बढ़ते जा रहा है। झील के दो गेटो से जहां मंगलवार को दो इंच पानी
की निकासी की जा रही थी वहीं लगातार हो रही बारिश के बाद से अब 12 इंच
पानी की निकासी शुरु कर दी गयी है।
जिला आपदा कंट्रोल रुम को बुधवार की सुबह 8.30 बजे सूचना मिली कि ग्राम
थापला,पट्टी मंगोली में एक व्यक्ति की खमारी गधेरे में मृत पड़े होने की
सूचना मिली। सूचना हासिल होते ही राजस्व विभाग की टीम को शीघ्र घटना स्थल
की ओर को रवाना किया गया। राजस्व विभाग की टीम व ग्रामीणों की मदद से
नाले से दो किलोमीटर दूर चंद्र दत्त बिष्टानिया(44) पुत्र जीवन चंद्र
बिष्टानिया निवासी ग्राम थापला पट्टी मंगोली तहसील व जिला नैनीताल का शव
सुबह करीब 10 बजे बरामद किया गया। उप जिलाधिकारी राहुल साह ने मौके पर
जाकर निरीक्षण किया। राजस्व पुलिस की ओर से शव के पंचनामे की कार्रवाही
की गयी बाद में प्रभावित परिवार को नियमानुसार आपदा अनुग्रह धनराशि
स्वीकृत कर वितरित की गयी। इस दौरान थापला -जलालगांव मोटर मार्ग किलोमीटर
पांच पर घस्यारी नाले के अत्यधिक जल प्रभाव से बह गया।
बारिश की वजह से ग्राम थापला में दो पनचक्की के साथ ही कई नहरें भी
क्षतिग्रस्त हो गयी। दूसरी ओर बीती रात्रि हुई वर्षा के बाद रूसी सीवर
ट्रीटमेंट प्लांट के पास से हुए भूस्खलन से ग्राम सभा बेलुवाखान की
सोलिया,जमीरा और रूसी ग्राम के नेस्ताबूद होने की आशंका पैदा हो गईं है।
रात्रि भर लोग ने जाग जाग कर समय काटा। कल की भयावह रात तो जैसे तैसे कट
ही गई लेकिन आने वाले संकट से ग्रामीण भयभीत है। उपजिलाधिकारी राहुल साह
ने बुधवार को भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और हालातों का जायजा
लिया। ज्येष्ठ प्रमुख हिमांशु पांडे ने बताया कि सीवर ट्रीटमेंट प्लांट
को बनाने में मानकों की अनदेखी की जा रही हैए कमजोर पहाड़ी में बनाया जा
रहा करोड़ों रुपए के प्लांट का उपयोग हो भी पाएगा इसमें संदेह है और
इसकी वजह से उक्त तीनों गावों का अस्तित्व संकट में है। जन प्रतिनिधि
पान सिंह खनी, राकेश मेहरा, नीरज गेलाकोटी, नंदन बिष्ट,अम्बा दत्त
जोशी,नंदन सिंह बिष्ट सहित ग्रामीणों ने कहा कि अगर इसका तुरंत समाधान
किया गया तो उक्त इलाकों में तबाही तय है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि
बिना सुरक्षा उपाय के प्लांट का काम नहीं होने दिया जाएगा। एसडीएम श्री
साह ने कहा कि ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए प्राथमिकता से कार्य किया
जाएगा। ज्येष्ठ प्रमुख पांडे ने बताया कि बारिश से आडूखान निवासी शिव
दत्त जोशी के खेतों को भी काफी नुकसान पहुंचा है। इस बीच झील नियंत्रण
कक्ष के प्रभारी रमेश सिंह गैड़ा की मानें
बुधवार की सुबह नैनी झील का जलस्तर 11 फीट दो इंच था पानी की निकासी के
बाद से शाम को पांच बजे 10 फीट 10 इंच पहुंच गया है। बताया कि झील के
दोनों गेटों से 12 इंच पानी की निकासी की जा रही है।
नैनीताल जिले में लगातार हो रही बारिश के बाद से जिले
के 25 मोटर मार्ग बंद पड़े हैं। जिला आपदा प्रबंधन केंद्र से मिली
जानकारी के मुताबिक जिले में जो मोटर मार्ग बंद पड़े हैं उनमें क्रमश:
राजभवन-ईस्ट लेगन रोड, जलालगांव-देचौरी, हैड़ाखान धाम मोटर मार्ग,
काठगोदाम-सिमलिया बैंड, घुघुखान-सौड़, भुजियाघाट-सूर्यागांव, पंगूट से
बगड़ तल्ला, अमृतपुर-बानना, भौर्सा-पिनरौ, फ तेहपुर-बेलबसानी, मल्यूटी
मोटर मार्ग,बजून-अस्कू, एचएमटी रानीबाग-ब्रेवरी, लमजाल मोटर मार्ग, बानना
मोटर मार्ग, रातीघाट-बुदलाकोट, रामनगर-भंडारपानी-तल्लीसेठी,
देचौरी-देगांव, फतेहपुर-पीपल-अडिया-छड़ा, भंडारपानी- पाटकोट-ओखलढूंगा,
देवीपूरा-सौड़- बाघनी, कौता – ककोड-हरीशताल तथा तल्लीपाली-मल्लीताल-सूखा
मोटर मार्ग बंद पड़े हैं।
नैनीताल। नैनीताल जिले में बीते 24 घंटों से सबसे अधिक 312.00 मिलीमीटर
बारिश हल्द्वानी-काठगोदाम में रिकार्ड की गयी है। इसके साथ ही नैनीताल
(स्नोव्यू) में ठीक 100.0 मिमी, कोश्या कुटौली में 8.2.मिमी, धारी में
18.0 मिमी, बेतालघाट में 9.0 मिमी, कालाढूंगी में 197.0 मिमी, रामनगर में
50.0 मिमी तथा मुक्तेश्वर 6.3 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गयी है।