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उत्तराखंड

*दंपत्ति को चाकू से हमला कर उतारा मौत के घाट, इसके में फैली सनसनी*

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रूद्रपुर। इलाके में एक सनसनीखेज वारदात हुई है। यहां डबल मर्डर से सनसनी फैली हुई है। हत्यारे ने दंपत्ति को चाकू से हमला कर मौत के घाट उतार दिया। इतना ही नहीं बीच बचाव को आई मृतक की पर भी हमला बोल दिया गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लेकर अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है।

मिली जानकारी के मुताबिक, रुद्रपुर शहर के आबादी वाले क्षेत्र ट्रांजिट कैंप के वार्ड नं. 7 में आज़ाद नगर में बीती रात हमलावर ने घर में घुसकर एक दंपति के धारदार हथियार से वार कर मौत के घाट उतार दिया। बताया जा रहा है कि मृतक संजय यादव मूल रूप से उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ का रहने वाला है, तथा वहां अपनी पत्नी सोनाली के साथ उसके मायके में रहता है। हत्यारोपी घर में मौजूद नाबालिग को धक्का देकर फरार हो गया। इस घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। घटना रात करीब 1.30 बजे की है। सिडकुल की एक फैक्ट्री में काम करने वाला संजय यादव अपनी पत्नी सोनाली यादव के साथ एक कमरे में सो रहा था।

इसी बीच घर का कुंडा काटकर शाहजहांपुर निवासी राजकमल घर में घुस गया और संजय यादव की गर्दन पर धारदार हथियार से वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया।बताया जा रहा है कि हमले के दौरान शोर से मृतक सोनाली की माँ गौरी मंडल उठ गई और बचने के लिए भागी, लेकिन हमलावरों ने उन पर भी हमला कर दिया तथा हमलावरों ने संजय के पुत्र जय को भी धक्का दिया मौके से फरार हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल गौरी को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया। फॉरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंच गई जिसने मौके से कई साक्ष्य जुटाए। आरोपी राजकमल के बारे में बताया जा रहा है कि वह 7 साल पहले संजय यादव के घर के सामने मिश्री लाल के घर में किराए पर रहता था।

वह आए दिन संजय के परिवार को परेशान करता था। मोहल्ले के लोगों के दबाव बनाने पर वह वहां से मकान खाली कर चला गया था। 3 महीने पहले वह यहां आया तो सोनाली के घर पर मोबाइल और बुके रख कर चला गया। एक पर्ची छोड़ गया। जय के अनुसार वह सोनाली से लड़कियों के नंबर मांगता था। सोनाली इसका विरोध करती थी। जय के अनुसार वह ओम पब्लिक स्कूल में कक्षा 8 में पड़ता है। उसकी मां सोनाली अ-हनंतक कंपनी में नौकरी करती थी, जबकि पिता करौलिया फैक्ट्री में काम करता था। मां के वेतन से घर का खर्च चलता था और पिता के वेतन से मकान पर लिए लोन की किस्त जाती थी। उसने बताया कि उसके नाना दिलीप मंडल कर्नाटक में धान की रोपाई करने गए हैं।

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