उत्तराखंड
नैनीताल में अवैध अतिक्रमण पर फिर बरसे घन, बारा पत्थर क्षेत्र वन भूमि से भारी पुलिस बल की मौजूदगी में ध्वस्तीकरण कार्यवाही
नैनीताल सरोवर नगरी नैनीताल शहर से सटे बारापत्थर क्षेत्र में वन भूमि में किए गए अतिक्रमण को न्यायालय के आदेश के बाद जिला प्रशासन, वन विभाग और पालिका की संयुक्त टीम ने शुक्रवार को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरूकर दी। पहले दिन यानी शुक्रवार को बारापत्थर क्षेत्र से 19 परिवारों द्वारा किये गए अतिक्रमण को हटाया गया।
बता दें कि बीते दिनों हाईकोर्ट के आदेश के बाद मेट्रोपोल क्षेत्र में
अतिक्रमण ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के बाद अब जिला प्रशासन सख्त हो गया है।
इसी क्रम में शहर भर में किए गए अतिक्रमण को हटाने की लगातार कारवाही की
जा रही है। शुक्रवार को नगर के बारापत्थर कब्रिस्तान के पास बने 19अतिक्रमणों को हटा दिया गया। क्षेत्र में 19 परिवार निवासरत हैं जो वनभूमि पर काबिज थे, जिन्हें जिला प्रशासन,नगर पालिका और वन विभाग केसंयुक्त टीम ने भारी पुलिस की मौजूदगी में क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने की
कार्रवाई शुरू की तो क्षेत्रवासियों ने इसका विरोध भी किया।
वन क्षेत्र के उप विभाग अधिकारी हेम चंद्र गहतोड़ी ने बताया कि क्षेत्र में
निवासरत लगभग 19 परिवारों को पूर्व में ही नोटिस जारी कर दिया था इसके
बावजूद भी क्षेत्र से अतिक्रमण नहीं हटाया गया जिसके बाद प्रशासन ने अपनी
कार्रवाई शुरू कर दी है। बताया कि यह भूमि वन विभाग की है। यह नगर पालिका
का संग्रक्षित वन है जिसकी पुष्टि पालिकाध्यक्ष व ईओ द्वारा की जा चुकी
है। बताया कि सवा सौ मीटर में बनी सभी छज्जे को हटा दिया गया है।
इस बीच बारापत्थर क्षेत्र में निवासरत लोगों ने आरोप लगाया कि उनके घरों
के आसपास अन्य लोगों द्वारा भी अपने घर बनाए गए हैं लेकिन उन पर प्रशासन
की कोई कार्यवाही नहीं की जा रही। उन्होंने कहा कि यह केवल एक विशेष
समुदाय के ऊपर ही निशाना बनाकर उन्हें यहां से हटाने की कोशिश की जा रही
है जिसका उन्होंने जमकर विरोध किया।
इस दौरान सीओ विभा दिक्षित, कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक धर्मवीर सोलंकी,
वन प्रभाग के नगर पालिका वन रेंज के वन क्षेत्राधिकारी
प्रमोद तिवारी समेत वी.के. मेलकानी तथा सोनम पनेरू, तहसीलदार मनीषा
मरकाना, पटवारी हेम चंद्र जोशी तथा शाहिद अली, नगर पालिकाध्यक्ष सचिन
नेगी, नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी आलोक उनियाल सहित भारी पुलिस बल, वन
विभाग व जिला प्रशासन के अधिकारी तथा कर्मचारी मौजूद रहे।