उत्तराखंड
*श्रावण मास के प्रथम सोमवार पर हुआ देवाधिदेव महादेव का जलाभिषेक*
देहरादून। श्रावण मास के प्रथम सोमवार पर बम-बम भोले के जयकारों से गूंज उठे देवभूमि के शिवालय। इस पावन अवसर पर उत्तराखंड राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, हरिद्वार क्षेत्र से लोक सभा सांसद डॉक्टर रमेश पोखरियाल “निशंक” ने भी देवाधिदेव महादेव का जलाभिषेक किया। उन्होंने सभी शिव भक्तों को पवित्र श्रावण मास के प्रथम सोमवार की बधाई देते हुये शुभकामनाएं दी।
सावन माह के पहले दिन प्रदेश के शिव मंदिरों में जलाभिषेक के लिए शिवभक्तों के आने का सिलसिला पूरे दिन जारी रहा। तड़के से शिवालय में हजारों शिवभक्त लंबी कतार में लगे हुये थे। पूरे दिन बम-बम भोले के जयकारों के देवभूमि के शिवालय गूंजते रहे। देहरादून में भी शिव के प्रिय सावन मास के पहले दिन शिवालयों में शिव भक्तों ने जलाभिषेक व दुग्धाभिषेक कर भोलेनाथ की पूजा की। शिव भक्तों ने जलाभिषेक व दुग्धाभिषेक कर भोलेनाथ की पूजा की। देहरादून सहित उत्तराखंड भर के शिवालयों में शिव भक्तों की भीड़ है। वहीं कुछ भक्तों ने घर पर भी पार्थिव शिवलिंग बनाकर भगवान शिव की पूजा की। गढ़ी कैंट स्थित ऐतिहासिक टपकेश्वर महादेव मंदिर में कपाट खुलते ही श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हुआ।
भगवान शिव को बिल्वपत्र, अक्षत, पुष्प अर्पित किया। दूध जल से अभिषेक कर पूजा अर्चना की। मंदिर के महंत 108 श्री कृष्णा गिरी महाराज ने बताया कि सावन के पहले सोमवार को आज काफी संख्या में भक्त टपकेश्वर महादेव मंदिर में पहुंचें हैं। वहीं शिव मंदिर पटेल नगर, प्राचीन शिव मंदिर धर्मपुर, जंगम शिवालय पलटन बाजार, नर्वदेश्वर मंदिर डाकरा समेत शहर के कई मंदिरों पर भक्तों ने रुद्राभिषेक सहित विभिन्न प्रकार के अनुष्ठान कर भगवान से सुख समृद्धि की कामना की। मंदिर व शिवालयों में हर-हर महादेव का उद्घोष उठने लगा। मंदिरों मे रुद्राभिषेक व जलाभिषेक किया गया।
इस पावन अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सचिन गुप्ता ने श्रावण मास के प्रथम सोमवार की सभी शिव भक्तों को शुभकामनाएं देते हुये कहा की देवाधिदेव महादेव संपूर्ण जगत का कल्याण करें। डॉक्टर आचार्य सुशांत राज ने कहा कि इस बार सावन का महीना चार जुलाई मंगलवार से शुरू हुआ है। मासों में उत्तम पुरुषोत्तम मास की शुरुआत सावन के मध्य से हुई है। इस बार श्रावण मास 59 दिनों का होगा। इस वर्ष श्रावण मास में आठ सोमवार होंगे। भगवान शिव को श्रावण मास अति प्रिय है। श्रावण मास के पहले दिन मंगला गौरी व्रत, त्रिपुष्कर योग और शिव मास का शुभ संयोग बन रहा है, जो भक्तों के लिए कल्याणकारी होगा। श्रावण माह में सोमवार का दिन विशेष महत्व रखता है। सोमवार को शिव उपासना की कृपा प्राप्ति का द्वार माना गया है। जो देवों के भी देव हैं वही महादेव हैं अर्थात् भगवान शिव हैं।