Connect with us

उत्तराखंड

जोशीमठ बचाने क़ो लेकर सरकार की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्नचिन्ह है -अतुल सती

नैनीताल जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक अतुल सती

ने कहा है कि जोशीमठ आपदा के साल भर से अधिक होने के बावजूद अभी तक जोशीमठ को बचाने / स्थायीकरण के लिए कार्य योजना का न बनना, लोगों के लिए विस्थापन पुर्नवास की योजना / नीति न बनना व जनता के लंबे आन्दोलन कीमांगों पर राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सहमति के बावजूद उनपर कोई कार्रवाई न होना बेहद चिंतनीय है। कहा कि सरकार की इस गंभीर सवाल पर संवेदनशीलता को खुद ही समझा जा सकता है।सती शनिवार को नैनीताल में पत्रकारों से मुखातिब थे। उन्होंने कहा कि आजजबकि मानसून की बारिश से लागातार प्राकृतिक आपदाओं का खतरा सभी पहाड़ी क्षेत्रों में बना हुआ है तब पहले ही धंसाव और दरारों से ग्रस्त नगर जोशीमठ के लिए यह समय और भी खतरे का है। ऐसे में आपदा ग्रस्त प्रभावितों का पुन: अपने दरार वाले घरों में एवम खतरे वाली जगहों में रहना गंभीर बात है। कहा कि यह सरकार की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्नचिन्ह है ।सरकार की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्नचिन्ह है । जोशीमठ केबारे में जहां बड़े आंदोलन ने दुनिया भर का ध्यान अपनी ओर खींचा, सरकार का ये रवैय्या है , तब बाकी जगहों के बारे में क्या कहा जाए जबकि उत्तराखंड का अधिकांश पहाड़ी क्षेत्र आपदा के साए में है। कहा कि उत्तरकाशी से लेकर धारचुला तक उत्तराखंड का संपूर्ण पहाड़ी क्षेत्र आज संकट की स्थिति में है,सती के मुताबिक नैनीताल शहर की स्थिति भीं अलग नहीं है ।

कहा कि यह केवल जोशीमठ का सवाल नहीं है,विकास का जिस तरह का ढांचा पूरे हिमालय में बनाया जा रहा है,यह खतरा सभी जगह है । कहा कि चारधाम यात्रा मार्ग , रेलवे की सुरंग और जल विद्युत परियोजनाओं के जाल ने पूरे क्षेत्र

को खतरे में धकेल दिया है । जिसका खामियाजा आम जनता भुगत रही है । इन योजनाओं के निर्माण से प्रकृति / पर्यावरण और पारिस्थितिकी का विनाश तोहो ही रहा है यह आने वाली पीढ़ी के भी अस्तित्व पर का संकट खड़ा करेगी। सती ने कहा कि सम्पूर्ण हिमालय जो कि बहुत ही संवेदनशील है, साथ ही जैव

विविधता का खजाना है सारी मानवता की धरोहर है। इसका संरक्षण सभी की जिम्मेदारी है और मानवता के अस्तित्व के लिए भी यह आवश्यक है। इसी परिपेक्ष्य में जोशीमठ के संकट को भी देखा जाना चहिए। कहा कि जोशीमठआंदोलन की 11 सूत्रीय मांगे हैं जिन पर अभी भी जमीनी कार्यवाही की हम प्रतीक्षा कर रहे हैं। इसी संदर्भ में रविवार (आज)को नगर पालिका हॉलनै नीताल में नैनीताल पीपल्स फोरम द्वारा संगोष्ठी का आयोजन किया गया है।पत्रकार वार्ता में प्रो. उमा भट्ट, राजीव लोचन शाह , एडवोकेट कैलाश जोशी,माया छिमवाल, भारती जोशी, भूमिका तथा आशीष आदि मौजूद थे।

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
Continue Reading
You may also like...

More in उत्तराखंड